भोपाल | भारत इस वैश्विक संकट के बीच खड़ा है, इस समय पूरा विश्व खतरनाक कोरोना-वायरस के प्रकोप से पूरी ताकत से लड़ रहा है। ढांचागत और चिकित्सा चुनौतियों को सशक्त बनाने के प्रयास के लावा अलावा, भारत भी दुनिया के किसी भी अन्य देश की तरह, फेक न्यूज़ अथवा नकली समाचार और झूठे प्रचार की अतिरिक्त चुनौती का सामना कर रहा है।
सोशल मीडिया समेत विभिन्न मीडिया और आमजन में भ्रामक एवं फेक न्यूज को रोकने के लिए पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ़ इंडिया भोपाल चैप्टर की ओर से फेसबुक लाइव परिचर्चा का आयोजन रविवार को किया गया। इस दौरान दिल्ली से विज्ञान प्रसार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के प्रधान वैज्ञानिक निमिष कपूर ने ‘कोरोना संक्रमण (कोविड 19 )के दौर में फेक न्यूज़ और फैक्ट चेक’ के बारे में विस्तार से बताते हुए फेसबुक लाइव के माध्यम से गूगल के विभिन्न टूल्स आदि के बारे में रोचक व आवश्यक जानकरी दी। श्री कपूर ने फोटो एवं वीडियो की सत्यता की जांच के लिए गूगल रिवर्स इमेज सर्च, इनविड सॉफ्ट वेयर, यू-ट्यूब डाटा फाइंडर, गूगल अर्थ, आदि वैरिफिकेशन टूल्स की जानकारी दी।
उन्होंने बताया प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के साथ आजकल सोशल मीडिया खबरों के आदान-प्रदान का सशक्त माध्यटम बन गया है। खासकर नई पीढ़ी देश-विदेश से जुड़ी खबरों के लिए सोशल मीडिया को ज्याशदा पसंद करते हैं, लेकिन फेक न्यूज के चलन ने लोगों को भ्रमित करने का काम भी किया है। जरूरी यह है कि सोशल मीडिया पर खबरों को सत्यता की कसौटी पर परखा जाए। इन खबरों की सत्यता को परखना बहुत आसान है।