गूगल पे अकाउंट की जानकारी लेकर जालसाजों ने पिछले दिनों एक महिला टीचर के बैंक खाते से एक लाख रुपये उड़ा दिए। एक दूसरे मामले में एक व्यक्ति को जालसाजों ने डेढ़ लाख की चपत लगा दी। ये तो केवल 2 मामले हैं, ऐसे केस की संख्या लगातार बढ़ रही है। असल में, इंटरनेट की पहुंच बढ़ने के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी बड़ी तेजी से बढ़ रही है। हम आपको इंटरनेट पर हो रहे उन स्कैम के बारे में बता रहे हैं, हैकर्स या जालसाज जिनकी मदद से लोगों के बैंक खाते में सेंधमारी कर रहे हैं। आपको इन स्कैम्स से अलर्ट रहने की जरूरत है।
टिकट फ्रॉड से चपत
हैकर्स आमतौर पर हाई-प्रोफाइल इवेंट्स को टारगेट करते हैं, जिनके टिकट पहले ही बिक चुके होते हैं। जालसाल ऐसे मामले में बढ़ी डिमांड का फायदा उठाते हैं। हैकर्स ग्राहकों को जो टिकट भेजते हैं, उनमें फर्जी बार कोड होता है या वे ऑरिजनल टिकट की डुप्लीकेट कॉपी होते हैं। ऐसे मामलों में कई बार ग्राहकों को कोई टिकट नहीं मिलता है, जबकि वे पैसे का भुगतान कर चुके होते हैं।
सेलेब्रिटीज का बहुरुपिया बनकर मेसेज भेजना
यह फिशिंग गेम का एक हिस्सा है। इसमें जालसाज ऑनलाइन खुद को सेलेब्रिटीज के रूप में पेश करते हैं। जनवरी में YouTube स्टार फिलिप डीफ्रैंको ने अपने 60 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स को ऐसे स्कैम के बारे में चेताया था। इस स्कैम में आपकी आइडेंटिटी चोरी करके बैंक खाते में सेंधमारी की जाती है।
रैनसमवेयर का जाल
रैनसमवेयर स्कैम में व्यक्ति को सिक्यॉरिटी का डर दिखाया जाता है। ऐसे स्कैम में हैकर्स दावा करते हैं कि ई-मेल के जरिए उन्होंने आपके वेब कैम में सेंधमारी कर ली है और आप जो कंटेंट देखते हैं, उसे सार्वजनिक करने की धमकी देते हैं। हैकर्स इसमें लोगों को ब्लैकमेल करते हैं। हैकर्स ऑनलाइन पैसे मांगते हैं और न देने की स्थिति में इंटरनेट पर देखी गई अश्लील क्लिप आपके कॉन्टैक्ट्स तक भेजने की धमकी देते हैं। असल में, हैकर्क के पास ऐसी कोई क्लिप नहीं होती है।
लोगों की उदारता का फायदा उठाना
आमतौर पर ऐसे स्कैम में किसी व्यक्ति की मदद करने के नाम पर लोगों से कुछ कंट्रीब्यूशन करने को कहा जाता है। इंटरनेट पर ऐसे स्कैम बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे स्कैम में लोगों से बहुत बड़ी रकम कंट्रीब्यूट करने के लिए नहीं कही जाती है। लेकिन, कुल मिलाकर इकट्ठा होने वाली रकम काफी ज्यादा होती है।
इंटरनेट पर होने वाले कॉमन फ्रॉड….
फिशिंग-ऐसे स्कैम में हैकर्स, लोगों के पर्सनल और बैंकिंग डीटेल्स में सेंधमारी करने की कोशिश करते हैं। क्रेडिट कार्ड के जरिए भी लोगों को बड़ी चपत लगाई जा रही है। आमतौर पर ऐसे मामलों में हैकर्स ई-मेल के जरिए सेंधमारी करते हैं।
नाइजीरियन प्रिंस स्कैम-यह इंटरनेट के सबसे पुराने स्कैम में से एक है। जाल में फंसाने वाले ऐसे ई-मेल आमतौर पर नाइजीरिया के प्रिंस, इनवेस्टर या सरकारी अधिकारी के नाम से आते हैं। इन ई-मेल में आपको बड़ा फायदा दिलाने का वायदा किया जाता है। इन स्कैम में आपसे शुरुआत में एक छोटी रकम का ऑनलाइन भुगतान करने को कहा जाता है। बड़ी रकम के लालच में जैसे ही आप जालसाजों की तरफ से भेजे गए अकाउंट में पैसे ट्रांसफर या जमा करते हैं, आप अपने पैसों से हाथ धो बैठते हैं, यानी आपको चपत लग चुकी होती है।
साभार – https://navbharattimes.indiatimes.com से