नई दिल्ली| रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि रेलवे की महत्वाकांक्षी समर्पित माल ढुलाई गलियारा (डीएफसी) परियोजना को मूर्त रूप देने का काम प्रगति पर है। प्रभु ने ट्विटर पर जानकारी दी है कि “82 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली समर्पित माल ढुलाई गलियारा परियोजना को मंत्रिमंडल की मंजूरी मिल गई है।”
उन्होंने कहा, “डीएफसी से मालगाड़ी की गति बढ़ जाएगी और कम समय में गंतव्य पर पहुंच जाएगी। साथ ही रेल राजस्व में 50 फीसदी का इजाफा होगा। इससे रोजगार सृजन होगा और अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी।”
प्रभु ने ट्वीट किया, “गाड़ियां तेज चलेंगी और कार्बन उत्सर्जन कम होगा। 30 वर्षो में 45.75 करोड़ टन कार्बन डाई ऑक्साइड का कम उत्सर्जन होगा।”
रेलवे, पूर्वी गलियारे का निर्माण लुधियाना से हावड़ा के बीच, जबकि पश्चिमी गलियारे का निर्माण दिल्ली से मुंबई के बीच कर रहा है।
डीएफसी परियोजना दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा (डीएमआईसी) पहल का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे साल 2006 में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार ने शुरू किया था।