कानपुर से भाजपा सांसद और वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने गुरूवार को गंगा सफाई के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरा। उन्होंने वाराणसी में तुलसी घाट पर लोगों को संबोधित करते हुए कहाकि "नमामि गंगे" प्रोजेक्ट की जब मैंने समीक्षा की तो इसमें कई खामियां निकली।
उन्होंने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का मजाक उड़ाते हुए कहाकि जो लोग गंगा में जहाज चलाने की बात करते हैं वे न तो इसका इतिहास जानते हैं और न भूगोल। गंगा की सफाई टुकड़ों में होती है। इस तरह से सफाई नहीं हो सकती।उन्होंने कहाकि, मैंने वैज्ञानिकों से गंगा के निकलने का प्रश्न पूछा तो कोई इसका जवाब नहीं दे सका। किसी ने बताया गोमुख से निकली है, गंगा का अवतार हुआ है और किसी ने बताया भगीरथ लाए थे।
उन्होंने राजनीति में आई गंदगी का भी जिक्र किया और इसे गंगा के जरिए परिभाषित किया। यह दुर्भाग्य है कि वे सबसे शुद्ध जल से चलकर सबसे अशुद्ध जल तक पहुंच गए। शुद्ध ग्लेशियर जल से चलकर मैं सबसे प्रदूषित जल कानपुर तक पहुंच गया। जब मैं चला था तब राजनीति बहुत साफ थी लेकिन अब राजनीति का प्रदूषण भी बढ़ गया है। हैरानी की बात है कि कौनसा प्रदूषण दूर किया जाए।