क्या आप जानते हैं कि बदलती जीवनशैली व बदलते खानपान के इस दौर में यदि आप अपनी दिनचर्या में सिर्फ दो चम्मच देशी गाय के शुद्ध घी को शामिल कर लेते हैं तो आप कितने प्रकार की बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं और खुद को शारीरिक व मानसिक रूप से एकदम स्वस्थ्य रख सकते हैं..। वर्तमान में डेयरी उत्पाद कम्पनियों की व्यवसायिक मानसिकता के कारण आम लोग शुद्ध दूध , घी या अन्य दुग्ध उत्पादों की शुद्धता से वंचित हो चुके हैं।
ये रसायन युक्त उत्पाद लाभकारी होने के बजाय तरह तरह के साइड इफेक्ट्स भी पैदा कर रहे हैं। पश्चिमी नस्ल की गायों जैसे जर्सी,ब्राउन स्वीस,होल स्टीन,फिजीएन आदि से प्राप्त दूध A1 दूध कहलाता है। कई रिसर्च ये बताती हैं A1 दूध में प्राप्त BCM-7 केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र पर मार्फिन जैसे प्रभाव पैदा करता है। इसमें हाई लैक्टोज इनटोलरेंस के साथ कार्बोहाइड्रेट व फैट की मात्रा पाई जाती है। A1 दूध से बने घी या अन्य उत्पादों में मौजूद हिस्टामाइन बच्चों में त्वचा एलर्जी, बहती नाक, अस्थमा और खांसी का कारण बन सकता है।
इतना ही नहीं A1 दूध से बने उत्पाद इंटरनल हार्मोनल सिस्टम पर भी असर डाल सकते हैं।
भारतीय नस्ल की देशी गायों जैसे साहीवाल,गिर,लाल सिन्धी आदि से प्राप्त दूध A2 दूध कहलाता है। देशी गाय के दूध से बना हुआ घी या अन्य उत्पाद हमारे लिए कहीं से भी नुकसानदायक नहीं हैं।
आइए जानते हैं कि देशी गाय का अमृत समान शुद्ध घी कैसे हमे बीमारियों से बचाता है-
गाय के घी में मौजूद बटरिक एसिड फाइबर को एनर्जी में बदलकर हमारी आंतो को मजबूत बनाता है। और हमारी पाचन क्रिया में सहायता करता है। घी में मौजूद विटामिन बी12 हमारी थकान व कमजोरी दूर करता है। गाय के घी में प्रोटीन केसिएन होता है जो शरीर को कैल्शियम और फास्फेट पहुंचता है और पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है।
गाय के शुद्ध घी में मौजूद औमेगा 3 नाम का तत्व हमारे मस्तिष्क संबंधी विकार ( याद्दाश्त का कमजोर होना, एकाग्रता की कमी आदि) को दूर करता है। इसीलिए बच्चों के आहार में गाय के शुद्ध घी को शामिल करने की डॉक्टर भी सलाह देते है । यहां तक कि शुद्ध देशी गाय का घी दो बूंद नाक में डालने से मस्तिष्क संबंधी विकारों को दूर किया जा सकता है।
गाय के घी में मौजूद विटामिन ए हमारी आंखों को स्वस्थ व आंखो की रोशनी को तेज करता है।
आज की पीढ़ी इसलिए घी का सेवन नहीं करती कि घी में मौजूद कैलोरी से उनका वजन बढ़ जायेगा जबकि वो ये नहीं जानते कि यदि आप देशी गाय के दूध से बने शुद्ध घी का सेवन करते हैं तो , देशी गाय के शुद्ध घी में मौजूद एमीनो एसिड हमारे शरीर की जिद्दी चर्बी को पिघलाकर बाहर कर देता है और घी में मौजूद प्रोटीन भी हमारे वजन को नियंत्रित करता है। इसलिए जिन्हे अपना वजन कम करना है उन्हे एक्सपर्ट द्वारा अपने आहार में देशी गाय के शुद्ध घी को जरूर शामिल करने की सलाह दी जाती है।
गाय के घी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स,विटामिन ई, पोटेशियम व विटामिन बी12 हमारे रक्त संचार को सही रखता है और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है और कई प्रकार की हृदय सम्बन्धी बीमारियों की आशंका को कम करता है।
गाय के घी में मौजूद कैल्शियम , मैग्नीशियम, और विटामिन डी हमारी हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करता है।
NCBI की रिपोर्ट के अनुसार गाय के शुद्ध घी में एंटी एंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो गठिया अस्थमा,आंत रोग आदि समस्याओं में फायदेमंद है।
आयुर्वेद के अनुसार देशी गाय का शुद्ध घी पित्त को शांत करता है और कब्ज नहीं बनने देता।
घी में जिंक तथा विटामिन डी होते हैं जिससे एलोपेसिया की बीमारी ( बाल झड़ने की समस्या) कम हो सकती है।
गाय के घी में उपस्थित रेटिनॉल विटामिन ए बढ़ती उम्र के लक्षणों को दूर करता है। घी में उपस्थित विटामिन ए,विटामिन डी व प्रोटीन आदि चेहरे को चमकदार बनाते हैं और त्वचा का रूखापन खत्म करते हैं।
यदि हम प्रतिदिन देशी गाय के शुद्ध घी को अपनी दिनचर्या में शामिल करते हैं तो निश्चित रूप से अपनी इम्यून सिस्टम को मजबूत कर कई रोगों से खुद को बचा सकते हैं। और खुद को एकदम स्वस्थ्य व फुर्तीला रख सकते हैं।
*Anku Sanatani, Vedic life Advisor*
*(Diploma in Vedic Science)*
*MA in Vedic study*
*Banaras Hindu University*
*Watsapp – 9695645052*