चीन ने कथित तौर पर झिनझियांग प्रांत की दर्जन भर से ज्यादा महिलाओं को गिलगिट-बाल्टिस्तान क्षेत्र के पुरुषों से शादी करने के कारण हिरासत में ले लिया है। इस बात का खुलासा गिलगिट-बाल्तिस्तान विधानसभा में रखे गए प्रस्ताव में हुआ है।
टाईम्स ऑफ इंडिया ने खबर दी है कि इस प्रस्ताव में में पाकिस्तान की सरकार से मांग की गई है कि वह इन महिलाओं को चीन की हिरासत से छुड़ाने की दिशा में तुरंत कार्रवाई करे। विधायक बीबी सलीमा ने विधानसभा में इस मामले से जुड़ा हुआ एक प्रस्ताव रखा। इसमें कहा गया, ‘गिलगिट-बाल्टिस्तान में रहने वाले कई परिवारों के बच्चों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उनकी माताएं झिनझियांग में कैद हैं।’
गिलगिट-बाल्टिस्तान और झिनझियांग प्रांत में रहने वाले लोगों के बीच कई दशकों से शादियां होती रही हैं। कई कानून के जानकारों का कहना है कि सीमा पर स्थित दोनों ही क्षेत्रों की संस्कृति में काफी समानताएं हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक इन महिलाओं को पिछले साल उस वक्त हिरासत में लिया गया था, जब वह अपने रिश्तेदारों से मिलने झिनझियांग आई थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गिलगिट-बाल्टिस्तान विधानसभा के डिप्टी स्पीकर जफरुल्ला खान ने जानकारी दी कि चीन ने झिनझियांग में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करते वक्त इन महिलाओं को हिरासत में ले लिया था। उन्होंने कहा, ‘…लेकिन इन महिलाओं में से कोई भी चीन में आतंकी गतिविधियों में शामिल नहीं हैं।’
चीन के झिनझियांग प्रांत की इन महिलाओं ने गिलगिट-बाल्टिस्तान के जिन पुरुषों से शादी की हैं, उनमें से ज्यादातर पुरुष आयात-निर्यात के व्यापार में शामिल हैं। ये सभी खुन्जेराब पास के इलाके में व्यापार करते हैं। खुन्जेराब पास चीन और पाकिस्तान को जमीनी स्तर पर जोड़ने वाला एक मात्र इलाका है। इसके साथ ही गिलगिट-बाल्टिस्तान क्षेत्र चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) का गेटवे है।