Tuesday, November 19, 2024
spot_img
Homeउपभोक्ता मंचकेरल के लोगों के लिए खुशखबरी, अब मलयालम भाषा में मिलेंगे रेल...

केरल के लोगों के लिए खुशखबरी, अब मलयालम भाषा में मिलेंगे रेल टिकट

केरल के रेल यात्रियों को भारतीय रेलवे ने एक तोहफा दिया है। अब उनके लिए उनकी स्थानीय भाषा मलयालम में टिकट प्रिंट हुआ करेंगे। यह दक्षिण रेलवे की पीपुल फ्रेंडली पहल के तहत हुआ है। इस पहल का मकसद रेलवे को मशहूर करना और उन लोगों की मदद करना है जिन्हें अंग्रेजी या हिंदी में टिकट पढ़ने में परेशानी होती है। दक्षिण रेलवे ने ट्रायल के आधार पर यह पहल लॉन्च की है जिसके तहत अनारक्षित टिकट प्रणाली के टिकट को स्थानीय भाषा में प्रिंट किया जाएगा।रेलवे के सूत्रों का कहना है कि इसके साथ ही अब टिकट तीन भाषाओं हिंदी, अंग्रेजी और मलयालम में प्रिंट होंगे। रेलवे अधिकारी ने कहा- वर्तमान में यात्री केवल दो स्टेशनों से मलयालम में प्रिंट हुए टिकट पा सकते हैं। यह दो स्टेशन केंद्रीय तिरुवनंतपुरम और इर्नाकुलम हैं। माना जा रहा है कि राज्य के अंदर इसे एक हफ्ते के अंदर 100 स्टेशनों तक बढ़ाया जाएगा। यात्रा का विवरण और टिकट क्लास हिंदी, अंग्रेजी के साथ ही मलयालम में भी लिखी होंगी।

अनारक्षित टिकट प्रणाली साल 2001 में अस्तित्व में आई थी और तभी से क्षेत्रीय भाषाओं में टिकट जारी करने की योजना बनाई गई थी। और अब जाकर इस उद्देश्य को हासिल किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि हाल ही में अनारक्षित टिकटों को बुक करने के लिए पेश किए गए रेल ऐप राज्य में काफी मशहूर हो गई है। इसके जरिए ज्यादा से ज्यादा लोग रोजाना रजिस्टर हो रहे हैं। केरल के अलावा तमिलनाडु में भी तमिल भाषा में टिकट प्रिंट होने शुरू हो गए हैं।

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार