गूगल ने अपने प्लेस्टोर से जासूसी करने वाला ऐप SmeshApp हटा दिया है। इस ऐप को पाकिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसीज़ बड़े स्तर पर भारतीय सेना कर्मियों की जासूसी करने में इस्तेमाल कर रही थीं। न्यूज़ चैनल आईबीएन 7 ने इसका सनसनीखेज खुलासा किया था।
आईबीएन 7 ने दावा किया था कि इस ऐप के जरिए सेना के मूवमेंट और काउंटर टेररिज़म ऑपरेशंस की जानकारी हासिल की जा रही थी। इस स्पाइवेयर ऐप ने न सिर्फ स्मार्टफोन्स को इन्फेक्ट कर दिया, बल्कि सैनिकों के पर्सनल कंप्यूटर्स तक भी पहुंच बना ली। एक बार इंस्टॉल किए जाने के बाद यह ऐप पर्सनल इन्फर्मेशन का ऐक्सेस थर्ड पार्टी को दे देता था। इससे फोन लॉग, टेक्स्ट मेसेज और डिवाइस में स्टोर फोटो तक का ऐक्सेस मिल जाता था।
ऐप द्वारा जुटाई गई जानकारी को जर्मनी में एक सर्वर में स्टोर किया जाता था, जिसे कराची का एक शख्स होस्ट करता था। इन्वेस्टिगेशन में पता चला था कि ऐप को जनवरी 2016 में पठानकोट में इंडियन एयरफोर्स बेस पर हुए हमले के दौरान भी इस्तेमाल किया गया था। इससे आतंकियों को निर्देश रहे उनके आकाओं को सेना के मूवमेंट के बारे में अहम जानकारी मिल गई थी। इस स्पाइवेयर की मदद से बीएसएफ और सीआईएसएफ समेत सभी सशस्त्र बलों को निशाना बनाया जा रहा था। इस रिपोर्ट के बाद गूगल ने इस ऐप को हटा दिया है।