Saturday, November 23, 2024
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वाजपेयी के नाती की हत्या के आरोपी भी छूट गए

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाती के हत्यारोपी को कोर्ट ने बरी कर दिया है। लगभग 11 साल पुराने मामले में मनीष मिश्रा को चलती ट्रेन से फेंक दिया गया था, जिसके चलते उनकी मौत हो गई। मनीष, अटल बिहारी वाजपेयी की बहन विमला मिश्रा के नाती हैं।
 
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक वारदात के दिन मनीष ने ट्रेन में लड़कियों से हो रही छेड़छाड़ को रोकने की कोशिश की थी। मनीष के मामले में सभी 34 चश्मदीद अपने पुराने बयानों से मुकर गए। इसलिए अपर सत्र न्यायधीश-9 रमेश चंद्र दिवाकर आरोपी रामजी वर्मा को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया।
 
अभियोजन पक्ष की ओर से मामले की पैरवी कर रहे सहायक शासकीय अधिवक्ता रविंद्र कुमार ने बताया उन्होंने 6 चश्मदीद गवाह और 28 पुलिस व अन्य गवाहों को न्यायालय में पेश किया था। गवाहों के मुकरने के चलते आरोपी को लाभ मिल गया मामले में अभियोजन पक्ष ने आदेश के अध्ययन के उच्च न्यायालय में अपील की बात कही है।
 
मनीष के मामले में अदालत का फैसला चौंकाने वाला माना जा रहा है। ये मुकदमा 11 सालों से चल रहा था, जिसमें मनीष के माता-पिता और दादी विमला मिश्रा अधिकांश रिश्तेदारों की मौत हो गई।
 
घटनाक्रम के मुताबिक, 24 जनवरी 2004 को मनीष मिश्रा अपने दोस्त राकेश के साथ मथुरा से कोसी छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस से जा रहे थे। वृंदावन रोड और छाता के बीच ट्रेन में उनका कुछ लोगों से झगड़ा हो गया था। उस समय की रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे लोग शराब पिए हुए थे और लड़कियों को छेड़ रहे थे। मनीष ने उनका विरोध किय तो, उनमें से कुछ लोगों ने उनके और राकेश के साथ मारपीट कर दी। उन्होंने मनीष को चलती ट्रेन से धक्का दे दिया, जिसके चलते उनकी मृत्यु हो गई।
 
मारपीट में दोस्त राकेश घायल हो गए थे। मामले में 8 फरवरी को बिलासपुर जीआरपी ने गजा पाइसा निवासी रामजी वर्मा को मनीष की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया और उसे मथुरा जीआरपी के हवाले कर दिया। आरोपी कोरबा छत्तीसगढ़ में काम करता है।

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