सूचना अधिकार कानून के तहत प्रधानमंत्री कार्यालय से लोग पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में कई तरह के सवाल पूछ रहे हैं। उनके राजनीति में आने से पहले के जीवन के बारे में सवाल हो या फिर प्रधानमंत्री के रसोई घर में इस्तेमाल हो रहे गैस सिलेंडर की। सवाल हर तरह के हैं।
सवाल 1- पीएमओ से एक शख्स ने पूछा कि राजनीति में आने से पहले पीएम मोदी ने क्या किसी रामलीला में काम किया था? अगर हां, तो कौन सा किरदार निभाया था?
इस पर पीएमओ ने कहा कि मांगी गई सूचना दस्तावेजों में शामिल नहीं है।
सवाल 2- एक अन्य आवेदनकर्ता ने जानना चाहा कि अक्टूबर 2014 से मई 2015 के बीच पीएम के रसोई घर में कितने ओर किस तरह के गैस सिलेंडर के इस्तेमाल किए गए? आवदेक ने सिलेंडरों के बिल की कॉपी भी मांगी थी।
इस पर पीएमओ ने कहा कि पीएम के रसोई घर का व्यय व्यक्तिगत है। सरकारी खाते से इस पर खर्च नहीं हुआ है।
सवाल 3- एक शख्स ने जानना चाहा कि क्या पीएम के प्रमुख सचिव कभी अपने सहकर्मियों को पिकनिक पर ले गए?
सवाल 4- एक आवेदक ने पूछा, क्या आरटीआई के तहत कोई पीएम मोदी का मोबाइल नंबर प्राप्त कर सकता है?
इस पर पीएमओ ने कहा, पीएमओ ने पीएम मोदी को कोई मोबाइल फोन नहीं दिया है।
सवाल 5- 1977 में डीयू से स्नातक करने पर पीएम को कितने प्रतिशत अंक मिले?
पीएमओ ने कहा कि यह दस्तावेजों का हिस्सा नहीं है।
सवाल 6- ऐसे रिकॉर्ड्स और दस्तावेजों हैं जिससे पता चले कि मोदी भारत के प्रधानसेवक हैं, प्रधानमंत्री नहीं?
पीएमओ ने बताया कि पीएम के आधिकारिक पद को बदलने के संदर्भ में कोई प्रस्ताव नहीं है।
सवाल 7- पीएम को क्षेत्रीय और विदेशी भाषा में ट्वीट करने में कौन मदद करता है? नाम बताएं?
इस पर पीएमओ ने कहा कि मांगी गई सूचना रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है।
सवाल 8- पिछले 10 सालों में पीएम ने कितने सिक, कैजुअल या हेल्थ लीव ली।
पीएमओ ने बताया कि कार्यालय का कार्यभार संभालने के बाद वर्तमान पीएम ने कोई अवकाश नहीं लिया।
सवाल 9- पीएम 2014 और 2015 में किसी रोजा इफ्तार पार्टी में गए?
पीएमओ का जवाब- किसी में नहीं।