भोपाल। मध्य प्रदेश में हिंदी के प्रति विद्यार्थियों में आकर्षण बढ़ाने के लिए शासकीय विद्यालयों और महाविद्यालयों में हिंदी ओलम्पियाड आयोजित किए जाएंगे। यह घोषणा हिंदी दिवस पर उच्च शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने की। राजधानी में हिंदी दिवस पर आयोजित समारोह में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री गुप्ता ने कहा कि प्रति वर्ष शासकीय विद्यालय और महाविद्यालयों में हिंदी ओलम्पियाड कराए जाएंगे। ओलम्पियाड में विजयी विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कोई विदेशी भाषा आम जन की भाषा नहीं बन सकती है। लगभग 137 देश में हिंदी बोली जाती है। उन्होंने कहा कि अन्य भाषाओं का भी ज्ञान हो, लेकिन हिंदी अनिवार्य हो। इस मौके पर गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने लोगों से आह्वान किया कि वे अपनी भाषा, संस्कृति और वेश-भूषा से प्रेम करें। अंग्रेजों के कृत्य का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदी और भारतीय संस्कृति को नष्ट करना अंग्रेजों की कुटिल चाल थी, विभिन्न हमलावरों के कुप्रयासों के बावजूद हिंदी और हिंदू संस्कृति अक्षुण्ण थी और रहेगी।
ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि हिन्दी माध्यम के स्कूल में बच्चों को पढ़ाना हिंदी की सबसे बड़ी सेवा होगी। अंग्रेजों ने जितनी अंग्रेजी 100 वर्ष में नहीं सिखाई उससे कई गुना अंग्रेजी स्वतंत्रता के बाद सिखाई गई। सांसद अनिल माधव दवे ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को हिंदी में हस्ताक्षर करना चाहिए। हिंदी और उसकी सहेली भाषाओं का विकास होना चाहिए। प्राथमिक शिक्षा मातृभाषा में दी जानी चाहिए। इस मौके पर संस्कृति राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा भी उपस्थित थे।