एक आभासी (गूगल मीट) गोष्ठी का आयोजन दिनाँक 26-06-2022 को हिंदी साहित्य भारती आन्ध्रप्रदेश इकाई व्दारा राष्ट्र वंदन अतीत का अभिनंदन रामधारीसिंह दिनकर जी को उनके कृतित्व पर समसामयिक जीवनदर्शन पर किया गया । अध्यक्षीय भाषण पो.पी जयालक्ष्मी जी ने उनके जीवन के हर आयाम को छूते हुए अपने व्क्तव्य में दिनकर जी की कुछ रचनाओं के माध्यम से बहुत ही सुंदर तरीके से वतर्मान में उनकी प्रासंगिकता पर विचार ऱखे ।
डॉ.कृष्णबाबू जी व्दारा ज्ञानपीठ प्राप्त कृति उर्वशी को चुना और इस पर विस्तार से अपनी बात रखी जो बहुत ही उपयोगी रही ।इस आयोजन के मुख्य अतिथि डां.गोरखनाथ तिवारी प्रभारी,हि.सा.भा. आन्ध्रप्रदेश इकाई व्दारा ने इस तरह के आयोजनों के प्रति इकाई को बधाई देते हुए आने वाले अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के विषय पर चर्चा करते हुए सभी के सहयोग की अपेक्षा की।
वक्ताओं में श्रीमती डा.राधा रानी जी ने दिनकर जी के कृतित्व में रेती के फूल की की चर्चा की। लिंगम चिरंजीव राव, ने उनके जीवन के संघर्ष के दौर की चर्चा के साथ विद्रोही कवि से राष्ट्र कवि तक की यात्राव उनकी पुस्तक संस्कृति के चार अध्याय की चर्चा की।
भारती शर्मा और जूही कुमारी ने शक्ति व क्षमा और रश्मिरथ का बहुत ही सुंदर पाठ किया अन्य सदस्यगण इस आयोजन का हिस्सा बने । इस कार्यक्रम मे कुछ नई पीढी की उपस्थिति में संपन्न हुई.विभिन्न विषयों मे उनकी राष्ट्र भक्ति की कविताओं का पाठ किया। संयोजक महामंत्री डा.राजेश कुमार गौंड जी व्दारा शांति मंत्र प्रस्तुत किया गया
धन्यवाद ज्ञापन डॉ.सी.एच.निर्मला ने किया। प्रार्थना गीत –संत जोसेफ की छात्राओं द्वारा व ,मातृ वंदन श्रीमती भारती शर्मा द्वारा प्रस्तुत किया गया।