बॉलिवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन ने भले ही ‘द हिंदू’ अखबार की उस खबर का खंडन कर दिया हो, जिसमें कहा गया था कि अमिताभ बच्चन को ब्रैंड एंबेसडर बनाने के लिए सरकार ने 6 करोड़ 31 लाख का करार किया है। जिसका अब चौतरफा विरोध हो रहा है। लेकिन ‘द हिंदू’ अखबार अभी भी अपनी इस खबर पर कायम है।
‘द हिंदू’ की एडिटर मालिनी पार्थसार्थी ने ट्वीट कर कहा कि 'हम मिस्टर बच्चन पर की गई अपनी स्टोरी पर अभी भी कायम हैं। हमारे पास डॉक्युमेंट्स हैं जो अमिताभ बच्चन को विज्ञापन के लिए मिले मेहनताने की पुष्टि करते हैं।'
दरअसल ‘द हिंदू’ की तरफ से यह बयान उस समय आया जब एक दिन पहले ही बिगबी ने कहा कि उन्होंने किसान चैनल के विज्ञापन के लिए कोई पैसा नहीं लिया, और ना ही उन्होंने दूरदर्शन के साथ कोई कॉन्ट्रैक्ट किया है। उन्होंने कहा, 'मैंने डीडी किसान के कैंपेन पर ऐडवरटाइजिंग एजेंसी 'लोवे लिंटास' (Lowe Lintas ) के साथ काम किया है, लेकिन न तो उससे मैंने कोई करार किया है और न ही इसके लिए लिंटास से कोई पैसा लिया है।'
उन्होंने कहा, 'मैं विभिन्न मुद्दों पर नि:स्वार्थ काम करता हूं और डीडी किसान चैनल उनमें से एक है।' उन्होंने आगे कहा कि 'यदि कोई भी सबूत या गवाह है तो कृपया उसे पुष्टि के लिए मेरे पास भेजें।
बता दें कि ‘द हिंदू’ की एडिटर ने एक और ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने बताया कि लिंटास ने डीडी किसान के विज्ञापन के लिए बच्चन से करार की राशि को अब लौटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने एक अन्य स्टोरी का लिंक शेयर किया है, जिसमें बताया गया है कि डीडी किसान के लिए बिगबी अब निशुल्क विज्ञापन करेंगे।