देश की अर्थव्यवस्था से लेकर मूर्ख व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए होली के मौके पर प्रस्तुत है कुछ उपयोगी सुझाव।
1 अप्रैल को राष्ट्रीय घोटाला दिवस घोषित कर इस दिन अवकाश घोषित किया जाए।
1 अप्रैल को देश भर में गली-गली मोहल्ले में रैलियाँ और सभाओं का आयोजन किया जाए और लोगों को घोटाले, चोरी, भ्रष्टाचार, बेईमानी करने से लेकर रेल में बिना टिकट यात्रा करने जैसे मौलिक अधिकारों के बारे में जागरुक किया जाए।
नीरव शाह और मेहुल चौकसी को वित्त मंत्री और वित्त राज्य मंत्री बनाकर उनकी प्रतिभा का उपयोग किया जाए।
मुख्यमंत्री उसी व्यक्ति को बनाया जाए जिसे एक भी विधायक ने वोट नहीं दिया हो, ताकि वो विधायकों को खरीदकर पूरे पाँच साल तक मुख्यमंत्री के दायित्वों का निर्वहन कर सके।
देश में भ्रष्टाचार को शिष्टाटार घोषित किया जाए और सभी सरकारी आफिसों में भ्रष्टाचार की रेट लिस्ट लगाई जाए और जो अधिकारी या कर्मचारी रेट लिस्ट से ज्यादा रुपये वसूलने में कामयाब हो जाए उसे प्रमोशन दिया जाए। ऑफिस में दिनभर होने वाली आमदनी का बँटवारा, सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और स्थानीय नेताओं के बीच बराबरी से किया जाए।
प्रत्येक गाँव में इच्छाधारी बाबाओं के आश्रम खोले जाएँ और नकल करने की सुविधा वाले कॉलेज और स्कूल खोले जाएँ। नकल को छात्रों के मौलिक अधिकारों में शामिल किया जाए।
देश में हर मांगलिक कार्य गधे की ढेंचू ढेंचू से शुरु किए जाएँ।
हर कॉलेज और स्कूल में सौंदर्य प्रतियोगिताओं का आयोजन अनिवार्य किया जाए ताकि स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ सके।
स्कूलों में मिड-डे मिल के साथ ही एक फिल्म का प्रदर्शन भी किया जाए।
मूर्खता को राष्ट्रीय अनुसूची में शामिल किया जाए।
हर सरकारी बैठक में, सरकारी नौकरी में कैबिनेट में मूर्खों का कोटा फिक्स किया जाए।
मैंच फिक्सिंग को राष्ट्रीय गौरव मानते हुए मैच फिक्सिंग करने वाले खिलाड़ियों को अतिरिक्त विदेशी मुद्रा कमाने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया जाए।
देश में एक मूर्खिस्तान नामक राज्य बनाया जाए जिसमें मूर्खों के द्वारा, मूर्खों के लिए, मूर्खों का शासन हो।
राष्ट्रीय पशु वैशाखनंदन तथा राष्ट्र पक्षी उल्लू घोषित किया जाए।
राष्ट्रीय गौरव गिध्द को घोषित किया जाए।
आदर्श घोटाला, टू जी घोटाला, पीएनबी घोटाला की तर्ज पर घोटाला करने वाले छोटे-मोटे भ्रष्टाचारियों को भी पुरस्कृत कर उनका सम्मान किया जाए। भ्रष्ट अधिकारियों और नेताओं से लेकर मंत्रियों द्वार भ्रष्टाचार से काली कमाई करने के तरीको पर सरकार द्वारा पुस्तकों का प्रकाशन किया जाए और श्रेष्ठ पुस्तक को पुरस्कृत किया जाए। ऐसी पुस्तकों को स्कूल और कॉलेज में कोर्स में शामिल किया जाए।
बच्चों को भ्रष्टाचार, घोटालों, काले धन के महत्व पर जागरुक करने के लिए विशेष लेख निबंध और चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की जाए।
बड़े बड़े घोटाले में बच निकले अधिकारियों, नेताओं और मंत्रियों के लेख अखबारों और पत्रिकाओं में प्रकाशित कर लोगों को उनकी प्रतिभा से परिचित कराया जाए। उनको सार्वजनिक मंचों पर बुलाकर सीधा संवाद कर घोटाले में बच निकलने के उनकी प्रतिभा से देश के लोगों को परिचित कराया जाए।
शराब की दुकानों में सबसे ज्यादा बिक्री करने वाली दुकान के मालिक को पुरस्कृत किया जाए।
मुंबई की तर्ज पर हर शहर और गाँव में लेडिज़ बीअरबार खोले जाएँ ताकि छोटे शहरों के लोगों को मुंबई तक नहीं आना पड़े।
रेल रिज़र्वेशन में उसी व्यक्ति को प्राथमिकता दी जाए जो अपने साथ किसी न किसी घोटाले या भ्रष्टाचार का सर्टिफिकेट लेकर आए।
ईमानदारी और लगन से काम करने वालों को प्रताडि़त किया जाए- और उनका सार्वजनिक अपमान व तिरस्कार किया जाए।
स्कूल-कॉलेजों के कोर्स में फिल्मी गीतो और फिल्मी कहानियों को शामिल किया जाए। महापुरूषों की बजाय फिल्मी कलाकारों जैसे राखी सावंत, मल्लिका शेरावत, पूनम पांडे की सचित्र जीवनी पढ़ाई जाए।
पुलिस प्रशासन में दाउद, छोटा राजन, बड़ा राजन जैसे महान अपराधियों के लोगों का कोटा फिक्स किया जाए ताकि जब भी किसी एक गैंग के लोग कोई वारदात करे तो दूसरी गैंग के लोग उसका पता लगा सके।
स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस की तरह देश में घोटाले, भ्रष्टाचार, रिश्वत आदि के लिए एक विशेष दिवस घोषित किया जाए और इस दिन देश भर में रिश्वत, भ्रष्टाचार और घोटाला करने के समर्थन में रैलियाँ निकाली जाए। इन रैलियों मे स्थानीय स्तर पर घोटाले करने वाले बिल्डरों, नेताओं, मंत्रियों और अधिकारियों को प्रमुखता से शामिल किया जाए।
ओलंपिक खेलों में कबड्डी, खो खो, पकड़मपाटी, धक्का मुक्की, कुर्सी खींचो, टांगा टोली जैसे खेल शामिल किए जाएँ।
रीमिक्स के गानों की लोकप्रियता को देखते हुए ओरिजनल गानों की सीडी बजाने वाले और टीवी पर प्रसारित करने वाले चैनलों से रायल्टी वसूल कर रीमिक्स गाने तैयार करने वाले संगीतकारों को दी जाए। अगर ये रीमिक्स नहीं बनाते तो ओरिजनल लोकप्रिय कैसे होते? ओरिजनल गानो को लोकप्रियता दिलाने में रीमिक्स गानों के योगदान को कदापि नहीं भुलाया जा सकता।
भ्रष्टाचार, चोरी, डकैती, बलात्कार, लूट आदि को राष्ट्रीय कार्य घोषित कर इनके आरोप में पकड़े जाने वाले आरोपियों को गले में हार-फूल की माला डालकर थाने तक ले जाया जाए और प्रमुख संस्थाओं से इनका अभिनंदन करवाकर इन्हें ससम्मान घर तक छोड़ा जाए।
अभी तक जिन लोगों को भ्रष्टाचार से लेकर डकैती, लूट या बलात्कार के आरोप में सजा हो चुकी है उनकी सजा खत्म कर उन्हें उन सरकारी कमेटियों में सदस्य बनाया जाए जो ऐसे महान कार्यों के लिए बरसों से काम कर रही है।
हमें धरम तेजा के उदाहरण से सबक लेना चाहिए जिसे भारत में करोड़ों के घोटाले के आरोप में लंदन में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उसके जेल से छूटते ही उसे फ्राँस सरकार ने अपना वित्तीय सलाहकार बना लिया।
हर स्कूल से लेकर कॉलेज और गली मोहल्ले में भ्रष्टाचार करने जैसे मुद्दों पर वर्कशाप, बहस और सेमिनार आयोजित कर लोगों को भ्रष्टाचार के नए नए रास्ते बताए जाने चाहिए। अभी तो हाल ये है कि कुछ शातिर लोगों ने ही इस विधा पर कब्जा कर रखा है और कुछ गिने चुने नेता, अफसर और मंत्री ही भ्रष्टाचार की मलाई खा रहे हैं। अब समय आ गया है कि भ्रष्टाचार का फायदा आम लोगों को भी मिले।
कार्टून ः साभार अभिषेक से