पूर्व रक्षामंत्री श्री जॉर्ज फर्नांडीस जी इस वक़्त अल्ज़ाइमर नाम की बीमारी की गिरफ़्त में हैं और सात स्टेज वाली इस बीमारी के छठी स्टेज में हैं। उन्होंने मशहूर कांग्रेसी नेता हुमायूं कबीर की बेटी लैला कबीर से शादी की। एक बेटा भी हुआ लेकिन बावजूद उसके पच्चीस साल लैला कबीर जॉर्ज से अलग विदेश में रहीं और कभी उन्होंने जॉर्ज की ज़िंदगी में नहीं झांका। जॉर्ज की लोकसभा चुनाव में हार के बाद बुरी हालत हो गई थी और उनके पास रहने का भी कोई ठिकाना नहीं था। मुंबई की यूनियन के साथियों ने उनके लिए हौजखास में एक मकान ख़रीदा था, पर मकान का टाइटिल यूनियन के नाम था इसलिए वो उसमे भी नहीं जा पा रहे थे। अचानक ख़बर आई कि बंगलौर में जॉर्ज की मां के नाम ज़मीन का एक टुकड़ा है, जो इसलिए ख़रीदा गया था कि बुढ़ापे में जॉर्ज वहां रहकर समाज सेवा केंद्र चलाएंगे। जॉर्ज के भाइयों ने उस पर से अपना हक़ वापस ले लिया और वह ज़मीन जॉर्ज को मिल गई। उस ज़मीन को बेचने से सोलह करोड़ रुपये मिले, जिसमें टैक्स काटने के बाद तेरह करोड़ उनके खाते में आ गए। अब जॉर्ज करोड़पति हो गए।
अचानक लैला कबीर(भाई अल्तमश कबीर सुप्रीम कोर्ट में जज रहे हैं) लैला फर्नांडिस बनकर भारत आ गईं और उन्हें एक बड़े झगडे के बाद दिल्ली वापस लाकर अपने मकान में रखा है।
जबरदस्त समाजवादी, भारत में पहली बार तीन दिनों की मुक़म्मल रेल हड़ताल के मुखिया, लोकसभा में धाकड़ स्पीकर, कोकाकोला को भारत से जाने पर विवश करने वाले जॉर्ज फर्नांडीस अब कहाँ और कैसे है किसी को पता नहीं।