नई दिल्ली। भारतीय सेना अपने फार्म बंद करने जा रही है जिसके चलते टोकन अमाउंट में उम्दा नस्ल की गाय को बेचने जा रही है। सेना के पास फ्रिसवाल नस्ल की 25000 गाय हैं जिसमें प्रत्येक की कीमत 1 लाख रुपए से ज्यादा की है लेकिन इतनी महंगी गायों का अभी तक कोई खरीददार ही नहीं मिल पाया, जिसकी वजह से अब ये फैसला लेना पड़ा है। इसलिए इन उम्दा नस्ल की गाय को महज 1000 रुपए में बेचने जा रही है।
बता दें कि सेना अपने 39 मिलिट्री फार्म को बंद कर रही है। यह फैसला पिछले साल अगस्त में ही ले लिया गया था। फार्म बंद करने के लिए उसे गाय बेचनी थीं, लेकिन महंगी होने के कारण खरीददार नहीं मिला था। तभी टोकन अमाउंट लेने का फैसला किया गया।
एक फ्रिसवाल गाय औसतन 3600 लीटर दूध देती है, जबकि राष्ट्रीय औसत करीब 2000 लीटर है। चुनिंदा फ्रिसवाल 7000 लीटर तक दूध देती हैं।
फार्म हाउस बंद हो जाने से करीब 57,000 जवान फ्री हो जाएंगे, जो अभी इन फार्म के कामकाज में लगे हुए हैं। इकोनॉमिक्स टाइम्स के मुताबिक, अब सेना ने फैसला लिया है कि उम्दा नस्ल की इन गायों को स्टेड डेयरी कोऑपरेटिव्स व अन्य सरकारी विभागों को महज 1000 रुपए प्रति गाय की कीमत पर दे दिया जाए। इसके अलावा गायों को ले जाने का खर्च भी उन्हें उठाना होगा जो इन गायों को ले जाएंगे।
इस बात को लेकर भी चिंता थी कि अगर इन गायों को आम किसानों या प्राइवेट डेयरी मालिकों को बेचा गया तो कहीं ऐसा ना हो कि वो इसे कसाईघर भेज दें, क्योंकि इन गायों के रखरखाव में अच्छा खास खर्चा आता है। अब यह चिंता भी दूर हो गई है, इस कदम से सेना अब मेरठ, अंबाला, श्रीनगर, झांसी और लखनऊ जैसे शहरों में मौजूद अपने फार्म हाउस को बंद कर करीब 20 हजार एकड़ जमीन मुक्त करा पाएगी।