Wednesday, November 27, 2024
spot_img
Homeप्रेस विज्ञप्तिभारत तरक्की के नए मुकाम पर - डॉ. विश्नोई

भारत तरक्की के नए मुकाम पर – डॉ. विश्नोई

भोपाल। अर्थशास्त्री एवं हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस, हिसार के प्रोफेसर डॉ. नरेंद्र कुमार विश्नोई का मानना है कि भारत की जीडीपी दर में तेजी से वृद्धि होने से गरीबी घट रही है और भारत तरक्की के नए मुकाम की ओर अग्रसर हो रहा है । हालांकि चीन और अमेरिका जैसे देश आर्थिक उन्नति में अभी भी अग्रिम पंक्ति में है। इन देशों के बराबर खड़े होने के लिए भारत को और तेजी से अर्थव्यवस्था की नीति बनानी होगी।

35295473-b72b-4719-91d6-fa8fafd3f35fडॉ. विश्नोई आज यहां माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित विशेष व्याख्यान में विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इकोनॉमी ( अर्थशास्त्र ) की दृष्टि से सरकार की आय और देश की आय अलग- अलग होती है, यह प्रति व्यक्ति इन्कम से जुड़ी होकर सरकार की नीतियों पर निर्भर करती है। भारत में आजादी के बाद अलग-अलग नेतृत्व वाली सरकारों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को सुधारने हेतु आर्थिक एजेंडे तय किए जिन पर भारत की अर्थव्यवस्था संचालित हुई। भारत में अर्थशास्त्र के उपलब्ध आंकड़े बताते हैं कि सन 1973-74 में गरीबी रेखा से नीचे 54.9 प्रतिशत निवास करते थे, जिनमें 56.4 ग्रामीण एवं 49 प्रतिशत शहरी आबादी के लोग शामिल थे। गरीबी का यह आंकड़ा 1999-2000 में तेजी से घटकर 26.1 प्रतिशत पर पहुंच गया और अभी हाल के 2004-05 के आंकड़े बताते हैं कि अब भारत में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों की संख्या 21.8 प्रतिशत है । इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि भारत में गरीबी तेजी से कम हो रही है और विकास की जीडीपी दर में बढ़ोतरी हो रही है।

उन्होंने कहा कि गरीबी दूर करने हेतू सरकार ने कई ऐसी योजनाएं संचालित की हैं, जिनका लाभ वास्तविक रुप से गरीबों को नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने आजादी के बाद घटित नेहरु सरकार, इंदिरा सरकार, राजीव सरकार, मनमोहन सरकार के आर्थिक मॉडलों की खूबियों एवं कमियों पर प्रकाश डाला तथा वर्तमान सरकार के मोदी मॉडल को प्रस्तुत करते हुए कहा कि यह सरकार मोर ग्रोथ ( तेजी से वृद्धि ) की परिसंकल्पना पर काम कर रही है। इस नीति में बाजार में प्रतिस्पर्धा, मेक इन इंडिया, एवं कृषि आधारित व्यवसाय और उद्योग नीतियों से भारत अर्थव्यवस्था की दृष्टि से एक नई छलांग लगाने की तैयारी में हैं। हमें आशा करना चाहिए कि आर्थिक जगत की बुनियादी परेशानियां दूर होंगी और भारत आर्थिक सम्पन्न राष्ट्र बन सकेगा। कार्यक्रम का संचालन जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष संजय द्विवेदी ने किया। समारोह में वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ. संजीव गुप्ता ने पुस्तक भेंट कर मुख्य अतिथि डॉ. विश्नोई का अभिवादन किया। समारोह में जनसंचार विभाग के विद्यार्थी एवं शिक्षकगण उपस्थित थे।

– संजय द्विवेदी,
अध्यक्षः जनसंचार विभाग,
माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय,
प्रेस काम्पलेक्स, एमपी नगर, भोपाल-462011 (मप्र)
मोबाइलः 09893598888
http://sanjayubach.blogspot.com/
http://sanjaydwivedi.com/

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार