कोलकाता। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे की तुलना आईसीयू में भर्ती मरीज से करते हुए शुक्रवार को कहा कि रेलवे उपेक्षा के और निवेश की कमी के कारण खराब स्थिति से जूझ रहा है और सरकार अगले पांच साल में इसमें 120 अरब डॉलर का निवेश करेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे कई सालों की उपेक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास में निवेश की कमी के कारण खराब स्थिति से जूझ रहा है। प्रभु ने यहां पूर्वी रेलवे के मुख्यालय में कहा, ‘पिछले कुछ सालों में हमने उतना निवेश नहीं किया जितना किया जाना चाहिए था।’
उन्होंने कहा, ‘पिछले कुल सालों की उपेक्षा के कारण रेलवे खराब स्थिति से जूझ रहा है।’ रेल मंत्री ने कहा कि इन समस्याओं को दूर करने के लिए उपाय किए जा रहे हैं लेकिन नतीजे सामने आने से पहले इसमें कुछ समय लगेगा। उन्होंने कहा, ‘आप बुनियादी ढांचे को देखते हुए ट्रेनों या दूसरे रेल वाहनों की संख्या नहीं बढ़ा सकते।’ प्रभु ने भारतीय रेलवे की वर्तमान हालत को दर्शाते हुए कहा कि आईसीयू में भर्ती किसी मरीज से अब चीनी रेलवे के खिलाफ मैराथन दौड़ में हिस्सा लेने की उम्मीद नहीं की जा सकती। उन्होंने इससे पहले यहां भारत चेंबर ऑफ कॉमर्स सत्र में कहा, ‘आईसीयू में भर्ती कोई मरीज किसी मैराथन में हिस्सा नहीं ले सकता और आज के भारतीय रेलवे से कल चीनी रेलवे के साथ तुलना नहीं की जा सकती। हमें पहले समझना होगा कि रेलवे पहले कहां था और उस संदर्भ में हमें आज के रेलवे की किसी दूसरे रेलवे के साथ तुलना करनी चाहिए।’