इस देश में लगभग 70-80 वर्ष तक मुसलमान होना एक प्रिविलेज रहा है। यह फ़ायदा धीरे धीरे अगले 25 वर्ष में बदलकर घाटे का सौदा होता जाएगा। आप जहांगीरपुरी के घटना भर से इस परिवर्तन को देखना बंद मत करिए। मुसलमान यह मानकर चलता है की गुंडागर्दी, दंगा और क़ब्ज़ेबाज़ी उसका साधारण जन्मसिद्ध अधिकार है।
हिंदू भी 7-8 वर्ष पूर्व तक यह मानकर चलता था। अब संक्रमण काल है। इस्लाम के जिस भार से हिंदुत्व का स्प्रिंग दबा हुआ था मोदी ने आकर उसको एक एक कर के हटा दिया है। जो भी परिवर्तन आप देख रहे हैं वह सब मोदी जनित राजनीतिक परिवर्तन है। राम मंदिर, काशी विश्वनाथ, धारा 370, राष्ट्रीय सुरक्षा, स्वतंत्र विदेश नीति, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, आसाम से लेकर पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में हिंदुवादी सरकारों की वापसी उस क्रांति के बड़े बिंदु हैं।
अजान के बदले हनुमान चालीसा, रामनवमी पर जुलूसों का संचालन, हनुमान जयंती पर मुस्लिम इलाक़ों में भी जुलूस का हिम्मत करना, ट्रिपल तलाक़ की समाप्ति, विदेशी संस्थाओं का पंजीकरण रद्द करना, श्रीलंका से लगाकर अफगानिस्तान तक की भारत पर निर्भरता उसी परिवर्तन के छोटे छोटे बिंदु हैं।
इस देश में इस्लाम का स्थायी अस्तित्व तभी तक होगा जब तक मुसलमान होना फ़ायदे का सौदा होगा।
जैसे जैसे मुसलमान होना घाटे का सौदा होता जाएगा, इस्लाम का अस्तित्व हिलने लगेगा। जिनको देखकर आपको लगता है की ये हिंदुत्व के दुश्मन हैं, वहीं अपना DNA याद करके हिंदू होने को तत्पर होंगे।
हमारे ही समाज के स्वार्थी, डरपोक और कुछ मजबूर लोग उधर गए थे। फ़ायदा दिखा तो उधर ही टिक गए।
वस्तुतः ये सुविधावादी और डरपोक लोगों का जमावड़ा है। ये आपको हिम्मती लग सकते हैं, पर ये हैं नहीं। हाँ, ये घात लगाकर हमला करने वाले लोग हैं, भीड़ में लड़ने वाले हैं।
हिंदुत्व किसी भी अनेकता-वादी भटकाव से दूर रहा तो यही लोग आपकी तरफ़ आएँगे। फ़िलहाल इनके भीतर की जेहादी आबादी, हिंदुस्तान और हिंदुओं की खुली दुश्मन है।भय के बिना यह प्रीति योग्य नहीं बनेंगे।यदि यह ये धमकी देते हैं की हमारे 56 देश हैं तो यह याद रखिए की इनके सभी 56 देशों की कुल सेना और अस्त्र शस्त्र अकेले भारत की सेना और अस्त्र शस्त्र के बराबरी के भी नहीं हैं। फिर तो इनके दुश्मन यहूदी और ईसाई भी हैं।
धैर्य रखिए, छोटी छोटी बातों से डरिये नहीं। जो अपने हैं उन्हें और अपना बनाइए।
जिस दिन इस देश में मुसलमान होना एक आशीर्वाद के बजाय मुकम्मल श्राप हो जाएगा, उसी दिन इन्हें अपना DNA याद आएगा।
इसलिए सभी एक रहिए।
भारत माता की जय