तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत के तीन महीने से ज्यादा गुजर जाने के बाद उनका एक कथित पुत्र सामने आया है। इस शख़्स ने राज्य के मुख्य सचिव को आवेदन देकर दावा किया है कि वो जयललिता का बेटा है और उसकी ‘मां’ की हत्या की गई है। कृष्णामूर्ति नाम का ये शख़्स तमिलनाडु के इरोड जिले का रहने वाला है। इससे पहले जयललिता की मौत के बाद प्रियालक्ष्मी नाम की एक महिला ने दावा किया था कि, ‘वो एमजीआर और जयललिता की बेटी है’, लेकिन जब पुलिस ने उस महिला के दावों की पड़ताल की तो वो झूठा निकला, इसके बाद पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में प्रियालक्ष्मी को गिरफ़्तार कर लिया था।
कृष्णमूर्ति ने दावा किया है कि, ‘ वो जयललिता की दोस्त वनितामणि के घर में अपने गोद लिये माता पिता के साथ रहता है।’ उसने ये भी कहा कि 14 सितंबर 2016 को वो जयललिता के सरकारी आवास पोएस गार्डन में आया था और जयललिता के साथ चार दिनों तक रहा भी था। कृष्णामूर्ति ने ये दावा किया है कि, ‘ उसकी मां जयललिता उसे दुनिया के सामने अपना बेटा बताने ही वाली थी, लेकिन ये जानने के बाद शशिकला और उनके बीच विवाद पैदा हो गया, और इसी दौरान 22 सितंबर को उसने मेरी मां को सीढ़ियों से नीचे धक्का दे दिया, और उनकी हत्या कर दी।’ कृष्णामूर्ति ने कहा कि वो इतने दिनों तक इस रहस्य का खुलासा इसलिए नहीं कर सका क्योंकि उसे अपने जान का खतरा था, लेकिन अब उसने हिम्मत कर दुनिया को सच बताने की कोशिश की है। कृष्णामूर्ति के मुताबिक, ‘जयललिता का एकमात्र बेटा होने की वजह से वो उनकी संपत्ति का कानूनी उत्तराधिकारी है। ‘
जयललिता को बुखार और डिहाईड्रेशन की शिकायत के बाद 22 सिंतबर को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां पर 72 दिनों के लंबे इलाज के बाद उनकी मौत हो गई थी। जयललिता की मौत के बाद तमिलनाडु की राजनीति में उफान मच गया था और उनकी पार्टी AIADMK पन्नीरसेल्वम, शशिकला, और जयललिता की भतीजी दीपा तीन खेमों में बंट गई थी। पन्नीरसेल्वम और दूसरे राजनीतिक दल जयललिता की मौत के मामले में न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं।
साभार- इंडियन एक्सप्रेस से