जयपुर। काले हिरण शिकार मामले में जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद रहने के बाद जमानत पर बाहर आए सलमान खान से संबंधित एक आरटीआई में जेल अधीक्षक ने बेहद चौंकाने वाला कदम उठाया है। जेल अधीक्षक विक्रम सिंह ने आरटीआई कार्यकर्ता को जवाब देने के बजाय अभिनेता को पत्र लिखकर आरटीआई कार्यकर्ता का विवरण देते हुए जानकारी देने की अनुमति मांगी है।
काले हिरण शिकार मामले में सलमान खान पांच से सात अप्रैल 2018 तक जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद रहे थे। वह सात अप्रैल को रिहा हुए और इसी दिन बेंगलुरू निवासी टी. नरसिम्हा मूर्ति ने आरटीआइ दायर की। आरटीआई में उन्होंने पूछा कि जब तक सलमान खान जेल में बंद रहे, उनसे मिलने कौन-कौन आया।
जेल अधीक्षक विक्रम सिंह ने बताया कि किसी व्यक्ति से जुड़ी हुई उसकी निजी जानकारी बिना उसकी अनुमति के नहीं दी जा सकती है। इसलिए, सलमान खान से संबंधित जानकारी का जवाब देने से पहले अनुमति मांगी गई है। फिलहाल, सलमान खान की तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।
उधर, नरसिम्हा ने उनका आवेदन सलमान खान को भेजे जाने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया को इस बारे में शिकायत भेजी है। उनका कहना है कि किसी भी अपराधी को उनका नाम और पता कैसे बताया जा सकता है, जबकि पूर्व में आरटीआई कार्यकर्ताओं पर कई बार हमले हो चुके हैं। ऐसे में जेल प्रशासन को उनका नाम गोपनीय रखना चाहिए था।