Saturday, November 23, 2024
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Homeहिन्दी जगतपत्रकार-लेखक राजेश विक्रांत का 14 मार्च को मुंबई में सार्वजनिक अभिनंदन

पत्रकार-लेखक राजेश विक्रांत का 14 मार्च को मुंबई में सार्वजनिक अभिनंदन

राजेश विक्रांत मुम्बई महानगर के साहित्यिक-सांस्कृतिक आयोजनों के सुपरिचित हस्ताक्षर  हैं। मुम्बई की पत्रकारिता व् लेखन में पिछले 25 सालों से सक्रिय लेखक पत्रकार राजेश विक्रांत के जीवन की स्वर्ण जयंती पर साहित्य सेवा फाउंडेशन मुम्बई की ओर से उनका सार्वजनिक अभिनन्दन समारोह कवि- पत्रकार और महाराष्ट्र टीवी के कांसेप्ट एडिटर अमर त्रिपाठी के नेतृत्व में साहित्य सेवा फाउंडेशन द्वारा शनिवार 14 मार्च 2015 की शाम विलेपार्ले के सन्यास आश्रम सभागार में मनाया जाएगा। 
      

कार्यक्रम में राजेश विक्रांत के व्यक्तित्व व कृतित्व पर आधारित तथा 'दोपहर का सामना' के मुख्य उप सम्पादक श्री अभय मिश्र के अतिथि सम्पादन में राष्ट्रीय हिंदी साप्ताहिक विकलांग की पुकार" के "बन्धु विशेशांक" का विमोचन भी किया अपने पिता स्व. श्री राम बहादुर मिश्र से लेखन की प्रेरणा प्राप्त करने वाले राजेश विक्रांत ने डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, फैजाबाद से बी.ए. की उपाधि हासिल करने के बाद नौकरी के लिये 1989 में मुम्बई में कदम रखा। उन्होंने स्वतंत्र रुप से 1990 से लेखन और पत्रकारिता की शुरूआत की।मुम्बई में उनका प्रथम लेख नवनीत हिंदी डाइजेस्ट में प्रकाशित हुआ। खेल, राजनीति, बिजनेस, पर्सनल फाइनेंस, आर्थिक, विज्ञान-तकनीक, समाज, साहित्य, संस्कृति, अपराध, ज्योतिष आदि विषयों पर विविध अखबारों और पत्रिकाओं के लिए प्रचुर लेखन करने वाले राजेशजी के नवनीत हिंदी डाइजेस्ट, दोपहर का सामना, संडे सामना, वृत्त मित्र, स्वतंत्र जनसमाचार, नई पीढ़ी, मधुर सौगात, नवभारत, जनसत्ता, संझा जनसत्ता, सबरंग, डेली न्यूज एक्टिविस्ट, दोपहर, हमारा महानगर, बंबई सांझ समाचार, 

                                                               
भारत स्वराष्ट्र, लोकमत समाचार,  मनोरमा, सत्यकथा, निर्भय पथिक, मंच, विकलांग की पुकार, अग्निशिला, हरित जीवन, बिजनेस भास्कर, दैनिक भास्कर, दिव्य भास्कर, डेली न्यूज एंड एनालिसिस, पायनियर (हिंदी) सहित देशभर की 50 से अधिक पत्र-पत्रिकाओं में अब तक  12,000 से भी ज्यादा लेख प्रकाशित हो चुके हैं। 
 

वे संस्कार, स्वस्तिक, आशीर्वाद, वरदान लोक , मोदी कुल, उत्तर चेतना, लोक चेतना आदि विशिष्ट पत्रिकाओं का संपादन भी कर चुके हैं।  इसके अतिरिक्त श्री श्री 1008 हरि चैतन्य ब्रह्मकारी कृत श्रीमत परमहंस अद्भुत चरित-2013 , विकलांग की पुकार के संपादक, समर्पित पत्रकारिता विशेषांक (प्रेम शुक्ल के व्यक्तित्व – कृतित्व पर आधारित) 2012 व 2013 के प्रबंध संपादक होने के साथ-साथ वे साहित्य सारांश डॉट कॉम के संपादक, पत्रकारिता कोश, मीडिया डायरेक्टरी, राजभाषा अधिकारी कोश व मुंबई बिल्डर्स -डेवलपर्स डायरेक्टरी के सहायक संपादक भी हैं।

राजेश विक्रांत की व्यंग्य लेखन में विशेष रूचि है। दोपहर का सामना में साप्ताहिक व्यंग्य स्तंभ बतरस का सितम्बर, 2007 से नियमित लेखन. राष्ट्रीय दैनिक बिजनेस भास्कर में सितंबर 2008 से पर्सनल फाइनेंस संबंधी दो स्तंभों में नियमित योगदान. हिंदी दैनिक पायनियर (लखनऊ) में मनी मार्केट साप्ताहिक स्तम्भ का प्रकाशन। सितंबर, 2014 से राष्ट्रीय हिंदी दैनिक दबंग दुनिया, मुंबई में व्यंग्य स्तंभ "हर हर व्यंग्ये" का प्रकाशन। पुस्तक सत्संग सार एवं मुम्बई में एक और समंदर का संपादन. विश्व भोजपुरी सम्मेलन के अंतर्राष्ट्रीय कुंभ के अवसर पर दोपहर का सामना द्वारा प्रकाशित भोजपुरी गौरव विशेषांक के अतिथि संपादक. दोपहर का सामना दीपावली विशेषांक-2011 के संपादन मंडल सदस्य। अवधी सम्मेलन, मुंबई के संयोजक, राइटर्स एंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन (WAJA) के उपाध्यक्ष हैं। अंग्रेजी से हिंदी तथा मराठी से हिंदी अनुवाद करने में राजेश जी को विशेषज्ञता हासिल है। दैनिक सामना के क्राइम रिपोर्टर प्रभाकर पवार की पुस्तक मुंबईतील गुन्हेगारीचा एन्साइक्लोपीडिया का हिंदी में अनुवाद-मुंबई माफियाःएक एन्साइक्लोपीडिया (स्वानंद प्रकाशन-2012)। पुष्पलता डी पाटिल की दो पुस्तकों हास्यात रंगल्या आठवणी व कथा पुष्पांजली का मराठी से हिंदी में अनुवाद-हास्य से पगी यादें व कथा पुष्पांजलि (वास्ट मीडिया नेटवर्क प्रा.लि.-2012)। डॉ. आदर्श मिश्र (बिजनेस हेड मी मराठी लाइव) की पुस्तक-परसेप्शन मैनेजमेंट का हिंदी में अनुवाद- प्रकाशकाधीन।

लेखन व पत्रकारिता के लिए राजेश जी को कई महत्वपूर्ण पुरस्कार सम्मान हासिल हो चुके हैं। 2007 में उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक  मीडियाकर्मी एसोसिएशन द्वारा पत्रकारिता रत्न एवं गणेशचंद्र निगम मेमोरियल यूपी. जर्नलिस्ट एवार्ड तथा वर्ल्ड ऑफ प्रियंका की ओर से प्रियंका प्रतिभा सम्मान से सम्मानित. 2008 में उत्तर प्रदेश हिंदी उर्दू साहित्य अवार्ड कमेटी की ओर से व्यंग्य लेखन में उत्कृष्ट सक्रियता के लिए राज्यपाल महोदय द्वारा लखनऊ में साहित्यश्री से सम्मानित तथा मुम्बई में हमलोग गौरव सम्मान 2008 से सम्मानित. 2010 में अवध भारती समिति द्वारा लखनऊ विश्वविद्यालय में अवध भारती सम्मान तथा भारत सरकार विकास आयुक्त संस्थान-एमएसएमई, कानपुर द्वारा पत्रकारिता विभूषण. 2010 में मानस संगम (कानपुर) का विशिष्ट सम्मान। अमेठी-मुंबई विकास मंच द्वारा राजर्षि रणंजय सिंह सम्मान-2011. मानस संगम विशेष सम्मान- 2014 तथा श्री विश्वकर्मा विकास समिति द्वारा जीवन की स्वर्ण जयंती तथा सक्रिय लेखन के रजत जयंती वर्ष में रविवार 1 फ़रवरी 2015 को गोरेगांव मुम्बई में सार्वजनिक अभिनन्दन किया गया। 

– आफताब आलम, संपादक-पत्रकारिता कोष, मो. 09224169416, Email: aaftaby2k@gmail.com

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