Wednesday, December 25, 2024
spot_img
Homeजियो तो ऐसे जियोजापानी बहू से बात करने के लिए अंग्रेजी सीख रही हैं किशोरी...

जापानी बहू से बात करने के लिए अंग्रेजी सीख रही हैं किशोरी गुप्ता

पत्थलगांव। यदि मन में कुछ सीखने की इच्छा हो तो उम्र कभी भी बाधा नहीं बन सकती है। ऐसे ही लोगों की मुश्किलें कम करने के लिए जशपुर कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ने जिला ग्रन्थालय में इंग्लिश स्पोकन का निशुल्क क्रैश कोर्स संचालित कराया है। छत्तीसगढ़ में जशपुर की इस अनोखी पाठशाला में किशोरी गुप्ता (50) ऐसी ही महिला है जिसे अंग्रेजी भाषा का ज्ञान नहीं होने से वह बीते चार वर्षों से सिंगापुर में रहने वाली अपनी जापानी बहू और पोती के साथ बात नहीं कर पा रही है।

गुप्ता ने बताया कि उनका पुत्र अंशुमन गुप्ता सिंगापुर में एक कम्पनी में कार्यरत है। वहां रहते हुए बेटे ने अपनी ही कम्पनी में पदस्थ जापानी युवती मियाको निशीमुरा से विवाह किया है। किन्तु अब बेटे के विवाह उपरांत सास के सामने अपनी बहू से बात करने में भाषाई समस्या खडी हो गई है। दरअसल इस महिला को अंग्रेजी नहीं आती और जापानी बहू को हिन्दी। बीते चार साल से दोनों के बीच संवाद हीनता की समस्या को समाप्त करने गुप्ता काफी परेशान थी। इस महिला के लिए अब जशपुर में संचालित इंग्लिश स्पोकन क्लास वरदान साबित हो गई है। गुप्ता नियमित रूप से इंग्लिश स्पोकन की कक्षा में जा रही है और वह अब काफी उत्साहित है कि अपनी बहू और अपनी दो वर्षीय पोती अमिका से अंग्रेजी में बात कर सकेंगी।

कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ने बताया कि जिला ग्रन्थालय में इंग्लिश स्पोकन का क्रैश कोर्स संचालित कराया जा रहा है। इस पाठशाला में सभी आयु वर्ग के लोग अति उत्साह के साथ शामिल हो रहे हैं और इंग्लिश भाषा में बात करना सीख रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस पाठशाला में विद्यार्थी सहित शासकीय कर्मचारी एवं महिलाओं की भी भरपूर सहभागिता हो रही है। इंग्लिश स्पोकन में शामिल प्रतिभागी क्लास के अतिरिक्त इंग्लिश में डिबेट के साथ स्टोरी टेलिंग प्रोग्राम अैर रोड टू सक्सेस जैसे कार्यकम में समिल्लित होकर अपनी ज्ञान वृद्धि कर रहे हैं।

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार