दिग्गज कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (Larsen and Toubro) को मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन (Bullet Train) परियोजना के लिए सरकार से 25000 करोड़ रुपए का ठेका मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट के एक हिस्से को पूरा करने के लिए एल एंड टी कंपनी को यह ठेका दिया गया है। एल एंड टी कंपनी के सीईओ और प्रबंध निदेशक एसएन सुब्रमणियम ने बुधवार को वित्तीय परिणाम की घोषणा करते हुए बताया कि कंपनी ने सरकार से अभी तक का सबसे बड़ा अनुबंध हासिल किया है। यह इतनी बड़ी राशि का सिंगल प्रोजेक्ट ऑर्डर है, जिसे सरकार ने दिया है।
एसएन सुब्रमणियम ने कहा, इस प्रोजेक्ट को चार साल में पूरा करना होगा। हमें विश्वास है कि हम इस प्रोजेक्ट को डेडलाइन के अंदर पूरा कर लेंगे। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन ने 24 सितंबर को अहमदाबाद-मुंबई बुलेट रेल परियोजना के लिए करीब 1.08 लाख करोड़ रुपए की बोलियों को खोला था, इसमें परियोजना का गुजरात में पड़ने वाला हिस्सा शामिल है। इस bidding प्रक्रिया में सात कंपनियों ने हिस्सा लिया था।
मुंबई से अहमदाबाद के बीच की 508 किलोमीटर की दूरी को इस प्रोजेक्ट के तहत दो घंटे में पूरा किया जाएगा। इस टेंडर में कुल प्रोजेक्ट का 47 प्रतिशत हिस्सा कवर होगा जो वापी से वडोदरा के बीच का होगा। इस 237 किलोमीटर वाले कॉरिडोर में चार स्टेशन वापी, बिलिमोर, सूरत और भरूच शामिल है। इस रूट में 24 नदियां और 30 रोड़ क्रॉसिंग शामिल है। इस प्रोजेक्ट में निर्माण कार्य में 90000 लोगों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर नौकरियां मिलेंगी।
मुंबई और अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की कुल लागत 1.08 करोड़ रुपए है और इसके लिए जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी फंडिंग कर रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने सितंबर 2017 में इस प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी थी।