कोटा। कोरोना के संकट के बीच राज्य और कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र में ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ने मंगलवार को केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल, राज्य के मुख्य सचिव निरंजन आर्य और डीआईपीटी की अतिरिक्त सचिव सुनीता काबरा से चर्चा की। बिरला ने मुख्य सचिव से कहा कि पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित कराने की दिशा में राज्य सरकार को गंभीर प्रयास करने की आवश्यकता है। केंद्र व राज्य के अधिकारी सामंजस्य बनाकर कार्य करें ताकि कम समय में अधिक लोगों को चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जा सके । डीआईपीटी की अतिरिक्त सचिव सुनीता काबरा ने लोकसभा अध्यक्ष को जानकारी देते हुए बताया कि महामारी से प्रभावित राज्यों को मेडिकल ऑक्सीजन समेत जरूरी चिकित्सा उपकरण मुहैया कराने के लिए प्रयास जारी है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग लगातार बढ़ती जा रही है । निजी चिकित्सा संस्थानों व डे केयर सेंटर के लिए जल्द ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की बड़ी खेप कोटा पहुंचेगी । उन्होंने अधिकारियों से कहा कि राज्य सरकार को भी पर्याप्त रेमडेसिविर इंजेक्शन मिल सकें, इसके लिए राज्य के वे उनके स्तर पर इंजेक्शन निर्माता कंपनियों और केंद्र के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करें ।
लोकसभा अध्यक्ष ने मुख्य सचिव निरंजन आर्य से राज्य में कोरोना से उपजे हालातों और ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर जानकारी ली । उन्होंने कहा कि अस्पतालों में मरीज़ों का भार कम हो इसके लिए आइसोलेशन से सेंटर बढ़ाने की दिशा में तेजी से काम करना होगा । बिरला ने कहा कि संक्रमण से लड़ने के लिए 1 मई से 18 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों के लिए शुरू हो रहे वैक्सीनेशन अभियान में युवाओं को बड़ी भागीदारी निभानी होगी ।
लोकसभा अध्यक्ष ने कोटा-बूंदी के अस्पतालों में भर्ती मरीज़ों के उपचार के लिए ऑक्सीजन और जरुरी उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना रोगियों के इलाज में मेडिकल ऑक्सीजन महत्वपूर्ण घटक है। लॉकडाउन या अन्य प्रतिबंधो के बीच तेजी से ऑक्सीजन की आपूर्ति हो इसके लिए सप्लाई तंत्र को भी मज़बूत करने की जरुरत है।