Thursday, November 28, 2024
spot_img
Homeजियो तो ऐसे जियोलद्दाख जाते ही छा गए सांसद जामयांग सेरिंग नामग्‍याल

लद्दाख जाते ही छा गए सांसद जामयांग सेरिंग नामग्‍याल

नई दिल्‍ली : जम्‍मू-कश्‍मीर से मोदी सरकार द्वारा अनुच्‍छेद 370 हटाने के बाद लद्दाख को अलग केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया. इस पर लद्दाख के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्‍याल ने लोकसभा में दिलचस्‍प भाषण देकर पूरे देश का दिल जीता था. अब उन्‍होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है. वीडियो में वह हाथ में तिरंगा लेकर लोगों के साथ खुशी में डांस करते दिख रहे हैं.

लद्दाख सांसद जामयांग सेरिंग नामग्‍याल की ओर से जारी किए गए इस वीडियो में दिख रहा है कि वह अनुच्‍छेद 370 हटने के बाद लेह पहुंचे हुए हैं. इस दौरान लेह-लद्दाख के लोग उनका स्‍वागत कर रहे हैं. वीडियो में दिख रहा है कि लद्दाख को जम्‍मू-कश्‍मीर से अलग करके केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने पर वह भी लोगों के साथ खुशी से फूले नही समा रहे हैं. उनके हाथ में तिरंगा है और वह लोगों के साथ संगीत की धुन पर डांस कर रहे हैं. ट्विटर पर उनका यह वीडियो भी लोग खूब पसंद कर रहे हैं.

जामयांग सेरिंग नामग्‍याल ने वीडियो को शेयर करते हुए ट्वीट किया है, ‘लद्दाख के लोग पर्यावरण का संरक्षण करने में यकीन रखते हैं. इसे देखते हुए उन्‍होंने लद्दाख को अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने की खुशी के सेलिब्रेशन में भी पटाके ना फोड़ने की प्रतिज्ञा ली. यह वीडियो दर्शा रहा है कि किस तरह से लोग ईको फ्रेंडली सेलिब्रेशन कर रहे हैं.’

बता दें कि जामयांग ने लोकसभा में अपने 17 मिनट के भाषण में कश्मीर पर सरकार के फैसले का स्वागत किया था और कहा था कि लद्दाख के लोगों की दलील आखिरकार स्वीकार कर ली गई. उन्होंने कहा, “मोदी है, तो मुमकिन है.” जामयांग ने कहा था, “अनुच्छेद-370 के खत्म होने के बाद कश्मीर के माननीय सदस्य कह रहे थे कि हम हार जाएंगे. वैसे मैं कहूंगा कि अब दो परिवार अपनी आजीविका खो देंगे.”

उन्होंने कहा था, “कश्मीर में अब एक उज्‍जवल भविष्य होगा. लद्दाख सांसद ने कहा कि कारगिल के लोगों ने 2014 के संसदीय चुनाव में केंद्र शासित प्रदेश के लिए मतदान किया और 2019 के चुनाव में भी यह मुद्दा शीर्ष पर रहा.” उन्होंने कहा, “आप किसी भी युद्ध को याद कर लीजिए, लद्दाखियों ने हमेशा देश के प्यार के लिए अपना बलिदान दिया है.”

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार