मध्यप्रदेश में हिमाद्री सिंह और नरेंद्र सिंह मारावी की शादी इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल दोनों के दोनों अलग-अलग पार्टी के युवा नेता हैं। ऐसे में आने वाले वक्त में कांग्रेस का युवा चेहरा जब बीजेपी नेता की बहू बनने वाली है तो चर्चा होना आम ही है। हिमाद्री सिंह कांग्रेस की तरफ से पिछले साल उपचुनाव भी लड़ी थीं। अब उनकी शादी नरेंद्र सिंह ने तय हो गई है जो कि 2009 में हिमाद्री की मां के खिलाफ चुनाव लड़े और हार गए थे। हिमाद्री कांग्रेस का युवा चेहरा हैं। उनके माता-पिता (दलजीत सिंह और राजेश नंदनी सिंह) दोनों कांग्रेसी थे। उनके पिता का काफी पहले निधन हो गया था।
वहीं पिछले साल उनकी मां भी चल बसीं। हिमाद्री बीजेपी के उम्मीदवार ज्ञान सिंह के खिलाफ चुनाव जीत ना सकीं लेकिन उन्होंने अच्छी चुनौती दी थी। वहीं 2009 में नरेंद्र सिंह राजेश नंदनी (हिमाद्री की मां) के खिलाफ लड़े लेकिन 13,415 वोटों से हार गए। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए नरेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि उनकी शादी ऐसे होगी। नरेंद्र के मुताबिक, यह अरेंज मैरेज है। नरेंद्र से पूछा गया कि उनको हिमाद्री के कांग्रेस के लिए काम करने से कोई दिक्कत नहीं है? इसपर नरेंद्र ने कहा कि उनको इससे कोई फर्क नहीं पड़ता और आने वाले वक्त में दोनों में से कोई भी पार्टी नहीं बदलेगा। हिमाद्री कांग्रेस और नरेंद्र बीजेपी में ही रहेंगे।
दोनों ने आठ जून को सगाई की थी। 23 नवंबर को उनकी शादी है। हिमाद्री की उम्र 28 साल है उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पीजी किया है। वहीं नरेंद्र सिंह 39 साल के हैं और उन्होंने इंजीनियर की पढ़ाई की है। नरेंद्र सिंह का कहना है कि मैं एक बीजेपी कार्यकर्ता हूं और अपनी पूरी जिंदगी ऐसे ही बितऊंगा। वहीं हिमाद्री ने कहा कि मैंने बचपन से कांग्रेस पार्टी को अपने इर्द-गिर्द देखा है। यह पूरी तरह से एक अरेंज मैरिज है और हमारी शादीशुदा जिंदगी में कभी भी राजनीति बीच में नहीं आएगी।