देश के ही नहीं बल्कि विश्व में अमीर उद्योगपति से विख्यात रिलायंस इंडस्ट्रीज के सर्वेसर्वा मुकेश अंबानी एमएमआरडीए का बकाएदार हैं। अतिरिक्त प्रीमियम अदा नहीं करने से इनकी कंपनी मे.रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रा.लि. से रु 1576 करोड़ 90 लाख 72 हजार 840 इतनी रकम अदा नहीं करने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को एमएमआरडीए प्रशासन ने दी हैं। जिओ सिम मुफ्त देनेवाले मुकेश अंबानी करोड़ो की बकाया धनराशि अदा नहीं करने की बात उजागर हुई हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने एमएमआरडीए प्रशासन से बीकेसी स्थित सभी लीजधारक से बकाया रकम की जानकारी मांगी थी।एमएमआरडीए प्रशासन ने अनिल गलगली को निजी, सरकारी और पब्लिक सेक्टर के अंतर्गत लीजधारकों की लिस्ट दी हैं। इस लिस्ट में सर्वाधिक रकम मुकेश अंबानी के रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड इस कंपनी से आना शेष हैं। निजी संगठन के लीज के 19 मामलों में निर्माण काम को एक्सटेंशन दी गई हैं और उसके ऐवज में अतिरिक्त प्रीमियम की रकम कुल रु 2055 करोड़ 67 लाख 92 हजार 876 इतनी हैं। होते. इसमें से सिर्फ रु 426 करोड़ 98 लाख 44 हजार 941 इतनी वसूली जा चुकी हैं। रु 1628 करोड़ 69 लाख 47 हजार 935 रकम आना शेष हैं। जिसमे सर्वाधिक रकम रु 1576 करोड़ 90 लाख 72 हजार 840 रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड कंपनी पर बकाया हैं। बीकेसी की जी/सी-64 और जी/सी-66 इस जमीन की क्रमश: रु 1187 करोड़ 59 लाख 54 हजार 968 और रु 389 करोड़ 31 लाख 17 हजार 872 रकम अब तक अदा नहीं की हैं। जी/सी-66 इस जमीन का काम पूर्ण नहीं हुआ हैं और जी/सी-64 जमीन पर काम पूर्ण नहीं हुआ हैं। जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड जो रु 1577/- करोड़ का प्रीमियम अदा करने से भाग रही हैं उसी कंपनी जी/ आरजी-1ए इस अन्य जमीन का अतिरिक्त प्रीमियम रु 4 लाख 94 हजार 621 अदा किया हैं।
रिलायंस के अलावा नमन होटल्स प्राइवेट लिमिटेड ने रु 32 करोड़ 44 लाख 57 हजार 739 में से सिर्फ रु 8 करोड़ 76 लाख 28 हजार 100 इतनी रकम अदा की हैं। इनसे रु 23 करोड़ 68 लाख 29 हजार 639 रकम आना बकाया हैं। रकम अदा नहीं करने पर एमएमआरडीए ने पार्ट ओसी नहीं दी हैं। इंडियन न्यूज़पेपर सोसायटी ने रु 30 करोड़ 78 लाख 3 हजार 745 में से सिर्फ 2 करोड़ 65 लाख 33 हजार 116 अदा करने से अब इनपर रु 28 करोड़12 लाख 70 हजार 629 रकम आना शेष हैं।
सरकारी संगठनों में से कमिश्नर ऑफ़ इनकम टैक्स इन्हें 2 विभिन्न जमीन का अतिरिक्त प्रीमियम क्रमश: रु 27 करोड़ 63 लाख 25 हजार 68 और रु 6 करोड़ 96 लाख 712 इतनी रकम अदा करनी थी।जी/सी-41 से 43 इस जमीन पर निर्माण काम पूर्ण हुआ है इससे रु 5 लाख 56 हजार 59 इतनी रकम आना शेष हैं। वहीं जी/आर-4 सी इस जमीनी का निर्माण काम पूर्ण नहीं हुआ हैं इस जमीन से रु 27 करोड़ 63 लाख 25 हजार 68 में से रु 4.75 करोड़ की रकम आना शेष हैं। महाराष्ट्र मेरीटाइम बोर्ड ने रु 7 करोड़ 21 लाख 10 हजार 647 रकम एमएमआरडीए को अदा नहीं की हैं।
सीबीआई, चार्टेड अकाउंटेंट, रीजनल पासपोर्ट ऑफिस, अकाउंटेंट जनरल, कमिश्नर ऑफ़ लेबर, बैंक ऑफ़ इंडिया,पंजाब नेशनल बैंक,केनरा बैंक, ओरीएंटल बैंक ऑफ़ कॉमर्स, बैंक ऑफ़ बडोदा, ओएनजीसी, इंडियन ऑईल कारपोरेशन लिमिटेड, इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ़ इंडिया, टाटा कम्युनिकेशन, परिनी डेवेलोपेर्स प्राइवेट लिमिटेड,टीसीजी इंफ्रास्ट्रक्चर होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड, ईआयएच लिमिटेड, जेट एयरवेज लिमिटेड, रघुलीला, स्टारलाइट सिस्टम्स एलएलपी, नमन बीकेसी हाउसिंग सोसायटी ने समय पर अतिरिक्त प्रीमियम की रकम एमएमआरडीए को अदा की हैं।
अनिल गलगली ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और एमएमआरडीेए के महानगर आयुक्त यूपीएस मदान को पत्र भेजकर अतिरिक्त प्रीमियम की रकम व्याज के सहित एक महीने में वसूल करने की मांग की हैं। अन्यथा ऐसी जमीन को वापस लेकर उसे पुनश्च लीज पर दी जाती हैं तो बड़ी रकम सरकार को मिलेगी जिससे सरकार के जनहित काम को मदद होने की बात गलगली ने कहीं हैं।