मुंबई। निरंतर प्रयासों के कारण पश्चिम रेलवे का मुंबई मंडल ने सूरत और उसके आस-पास के क्षेत्रों से टेक्सटाइल सामग्री का परिवहन प्राप्त करने में बड़ी सफलता हासिल किया है। इस दिशा में, 8 फरवरी, 2022 को सूरत के चलथान से पश्चिम बंगाल (दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर मंडल) में सांकराईल के लिए 100वीं टेक्सटाइल ट्रेन चलाकर एक नई उपलब्धि हासिल की गई।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडल द्वारा पार्सल लदान के लिए एनएमजी रेकों के उपयोग ने सूरत और इसके आसपास के कपड़ा उद्योग की बड़ी कंपनियों के लिए परिवहन का एक नया विकल्प खोल दिया, जिसके परिणामस्वरूप पहली टेक्सटाइल एक्सप्रेस 1 सितंबर, 2021 को चलथान से शालीमार तक चलाई गई, जिससे 202.4 टन टेक्सटाइल सामग्री का परिवहन हुआ और इसके सिंगल ट्रिप में 9.66 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
उधना न्यू गुड्स शेड से टेक्सटाइल एक्सप्रेस की पहली सेवा को माननीया रेल और कपड़ा राज्य मंत्री श्रीमती दर्शन जरदोश ने झंडी दिखाकर रवाना किया था। इस शुरुआत के साथ पश्चिम बंगाल और बिहार के प्रमुख स्थलों जैसे सांकराईल, शालीमार, दानापुर और नारायणपुर के लिए नियमित मांग पत्र प्राप्त हो रहे हैं। ऐसे कुल 67 रेक चलथान से और 33 रेक उधना से लोड किए गए। उल्लेखनीय है कि मुंबई मंडल द्वारा पहली टेक्सटाइल एक्सप्रेस के परिचालन से लेकर अब तक 23078 टन टेक्सटाइल सामग्री का परिवहन किया है जिससे 10.20 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। पांच महीने के अंदर 100 टेक्सटाइल ट्रेनों के परिचालन की इस उपलब्धि को हासिल करना रेलवे पर सूरत कपड़ा क्षेत्र के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
ग्राहकों की संतुष्टि पश्चिम रेलवे का मुख्य उद्देश्य है और माल ढुलाई ग्राहकों के विश्वास को मजबूत करने के लिए इस दिशा में हरसंभव कदम उठाये जा रहे हैं।