मुंबई – अंकोरवाट मंदिरों के लिए विश्व प्रसिद्ध कम्बोडिया के सिमरिप शहर में मानविकी और सामाजिक विज्ञान का चतुर्थ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन पिछले दिनों आयोजित किया गया. लिंकन विश्वविद्यालय, मलेशिया और मणिबेन नानावटी महाविद्यालय, मुम्बई के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस सम्मेलन का उद्घाटन अप्सरा राष्ट्रीय प्राधिकरण कम्बोडिया के प्रमुख संचार अधिकारी श्री लॉन्ग कोसल ने किया. विशिष्ट अतिथि रहीं मेकोंग – गंगा सहयोग, एशियाई पारंपरिक वस्त्र संग्रहालय कम्बोडिया की निदेशक और भारत सरकार के दूतावास की प्रतिनिधि डॉ अर्चना शास्त्री.
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता मणिबेन नानावटी महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ राजश्री त्रिवेदी ने की. इस सम्मेलन में विविध विषयों पर हिन्दी – अंग्रेजी में 25 शोध आलेखों की प्रस्तुति हुई और उन पर गंभीर चर्चा भी की गई. सम्मेलन के प्रथम एवं द्वितीय सत्र की अध्यक्षता प्रख्यात आलोचक प्रो. रोहिणी अग्रवाल एवं मुम्बई के सुपरिचित रचनाधर्मी एवं बैंक ऑफ बड़ौदा के महाप्रबंधक डॉ जवाहर कर्नावट ने की. इस अवसर पर डॉ जवाहर कर्नावट को हिन्दी की वैश्विक पत्रकारिता में उनके गहन शोध कार्य के लिए सम्मानित किया गया. इस सम्मेलन का संयोजन प्रोफेसर रवीन्द्र कात्यायन ने किया.