Sunday, November 24, 2024
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Homeदुनिया भर की'नरेन्द्र दामोदर दास मोदी' हो गया 'मोहम्मद अल्ताफ मोदी'

‘नरेन्द्र दामोदर दास मोदी’ हो गया ‘मोहम्मद अल्ताफ मोदी’

उत्तर प्रदेश के वजीरगंज कस्‍बे के परसापुर महरौर की रहने वाली मैनाज नाम की म‍ुस्लिम महिला ने 23 मई को एक नवजात बच्‍चे को जन्‍म दिया था तो परिजनों ने बच्चे का नाम नरेंद्र मोदी रखने पर सहमति जताई थी।

पिछले हफ्ते उत्तर प्रदेश के गोंडा में जन्मा ये बच्चा अचानक सुर्खियों में आ गया था। यह बच्चा एक मुस्लिम परिवार में लोकसभा चुनाव के रिजल्ट वाले दिन जन्मा था। नरेंद्र मोदी की रेकॉर्ड जीत से खुश होकर इस मुस्लिम परिवार ने अपने बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखा, लेकिन मुस्लिम समुदाय के दबाव में आकर परिवार को बच्चे का नाम बदलना पड़ा। परिवार का आरोप है कि मुस्लिम समुदाय ने उन्हें कहा कि अगर उन्होंने बच्चे का नाम नहीं बदला तो उसका हकीका और खतना नहीं होगा। यहां तक कि आसपास के लोग ताना देने से भी नहीं चूके। दबाव में आकर परिवार ने बच्चे का नाम मोहम्मद अल्ताफ आलम मोदी रखा है।

वजीरगंज कस्‍बे के परसापुर महरौर की रहने वाली मैनाज नाम की म‍ुस्लिम महिला ने 23 मई को एक नवजात बच्‍चे को जन्‍म दिया। बच्‍चे के पैदा होने के बाद जब उसके नाम पर विचार किया जाने लगा तो मैनाज ने इच्‍छा जाहिर की कि बच्‍चे का नाम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रखा जाए। पहले मैनाज की बातों को सबने मजाक में लिया लेकिन वह अपनी मांग पर अड़ गई। बच्‍चे के पिता मुश्‍ताक अहमद भारत के बाहर खाड़ी देशों में काम करते हैं। वह भी भारत में नहीं थे, लिहाजा बच्‍चे के दादा मोहम्‍मद इदरीस आगे आए और उन्‍होंने अपनी पुत्रवधू की इच्‍छा का समर्थन करते हुए बच्‍चे का नाम नरेंद्र मोदी रखने पर सहमति जताई।

इसके बाद बच्‍चे के पिता से फोन पर बात करके उनकी सहमति ली गई और डीएम कार्यालय में एक हलफनामा दर्ज कर कहा गया कि परिवार रजिस्‍टर में बच्‍चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखा जाए। मैनाज बेगम ने डीएम के नाम एक शपथ पत्र बनवाया। परिवार रजिस्टर में नवजात बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी दर्ज करने की कार्रवाई शुरू हो गई।

इधर यह बात सुर्खियों में आई तो मुस्लिम परिवार पर समुदाय और रिश्तेदारों का दबाव पड़ने लगा। उन्हें बच्चे का नाम बदलने के लिए मजबूर किया जाने लगा। मैनाज ने कहा कि उन्हें कहा गया कि अगर उन्होंने बच्चे का नाम नहीं बदला तो उसका हकीका और खतना नहीं होगा और बच्ची मुसलमान नहीं बल्कि हिंदू हो जाएगा। आखिर दबाव में आकर उन्हें बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी से बदलकर अल्ताफ आलम मोदी रखना पड़ा।

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