राजनांदगाँव । शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में स्वतंत्रता दिवस सोल्लास मनाया गया । इस अवसर पर देश भक्ति के तराना गूंजा । प्राचार्य डॉ. आर.एन.सिंह ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया । मेजर डॉ. किरणलता दामले के मार्गदर्शन में एनसीसी कैडेटों ने सलामी दी । बाद में अपने संबोधन में डॉ. सिंह ने कहा कि देशभक्ति और देश सेवा एक साधना है जिसे सफल बनाने के लिए सामर्थ्य जरूरी है । निरंतर कर्म और जिम्मेदारी के ईमानदार निर्वहन से ही वह सामर्थ्य हासिल किया जा सकता है । डॉ. सिंह ने कहा आज़ादी का यह पर्व हमें उसी जवाबदारी का अहसास कराने आता है । उन्होंने अपने उदबोधन में भावपूर्ण काव्य पंक्तियां भी सुनायीं । प्राध्यापक डॉ. चन्द्रकुमार जैन ने अमर शहीदों की कुर्बानी, महात्मा गांधी के बलिदान और जन्नत के चमन के मानिंद कश्मीर की आन-बान-शान पर केंद्रित स्वरचित गीत वतन है हमारा की सस्वर प्रस्तुति से प्रसंग में राष्ट्रभक्ति का नवरस घोल दिया । इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी प्रो.नूतनकुमार देवांगन और प्रो.संजय सप्तर्षि के मार्गदर्शन तथा जिला संगठक प्रो.सुरेश कुमार पटेल के दिशानिर्देश में तीन रासेयो स्वयं सेवक कु.पूनम साहू, पिकेश वर्मा और हितेश सिन्हा को दुर्ग विश्वविद्यालय के तहत सी प्रमाणपत्र से नवाज़े जाने पर प्राचार्य डॉ. सिंह ने सम्मानित किया ।
राष्ट्रभक्ति एक साधना है – डॉ. सिंह
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