एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार इस साल का प्रतिष्ठित रैमन मैगसायसाय अवॉर्ड दिया गया है। एशिया का नोबेल पुरस्कार कहे जाने वाले इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड को पाने वाले पांच लोगों में इस साल रवीश कुमार एकमात्र भारतीय हैं। उन्हें यह अवॉर्ड नौ सितंबर को फिलीपींस की राजधानी मनीला में दिया जाएगा।
फाउंडेशन की ओर से यह भी कहा गया है, ‘एक न्यूज एंकर के रूप में रवीश कुमार अपने शो पर कभी गेस्ट पर हावी होने की कोशिश नहीं करते हैं, बल्कि उन्हें भी अपनी बात रखने का पूरा मौका देते हैं। रवीश कुमार कभी भी देश के उच्च अधिकारियों अथवा नेताओं को कठघरे में खड़ा करने से नहीं चूकते हैं, इस वजह से कई बार उन्हें दिक्कतों के साथ धमकियों का सामना भी करना पड़ा है।’रवीश कुमार ने यह अवॉर्ड पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए जीता है। ’रमन मैग्सेसे अवॉर्ड फाउंडेशन का कहना है कि हमने एनडीटीवी इंडिया पर प्राइम टाइम शो को होस्ट करने वाले रवीश कुमार को यह अवॉर्ड पत्रकारिता के माध्यम से गरीब व कमजोर लोगों की आवाज बनने के लिए दिया जा रहा है।
चार अन्य विजेताओं में म्यांमार के को सी विन, थाइलैंड की नीलापजित अंगखाना, फिलीपींस के रेमुंडो पुजांते और दक्षिण कोरिया के किम जोंग-की का नाम शामिल है। बता दें कि रमन मैग्सेसे अवॉर्ड फाउंडेशन द्वारा फिलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति रमन मैग्सेसे की याद में एशिया के व्यक्तियों एवं संस्थाओं को उनके क्षेत्र में विशेष रूप से उल्लेखनीय कार्य के लिए यह अवॉर्ड दिया जाता है। इसकी स्थापना वर्ष 1957 में की गई थी। यह पुरस्कार 6 श्रेणियों शासकीय सेवा, सार्वजनिक सेवा, सामुदायिक नेतृत्व, पत्रकारिता एवं साहित्य, शांति और उभरता नेतृत्व के क्षेत्र में दिया जाता है। 12 साल बाद किसी भारतीय पत्रकार को यह पुरस्कार मिल रहा है। इससे पहले 2007 में पी. साईनाथ ने यह अवार्ड जीता था। इसके अलावा यह अवॉर्ड दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, अरुणा रॉय और संजीव चतुर्वेदी समेत कई भारतीयों को मिल चुका है