नई दिल्ली । आधार में अड्रेस अपडेट करना आसान होने वाला है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) अगले साल अप्रैल से नई सर्विस लाएगा। इससे ऐसे लोगों को बड़ी मदद मिलेगी जिनके पास मौजूदा अड्रेस अपडेट के लिए कोई वैलिड प्रूफ नहीं होता है। सीक्रेट पिन वाले लेटर के जरिए ऐसा आसानी से किया जा सकेगा। यूआईडीएआई की ओर से मंगलवार को जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है, ‘ऐसे वाशिंदे जिनके पास वैलिड अड्रेस प्रूफ नहीं है, वे सीक्रेट पिन लेटर के जरिए अड्रेस वेरिफिकेशन की रिक्वेस्ट डाल सकते हैं। लेटर प्राप्त करने के बाद उस पिन के जरिए SSUP ऑनलाइन पोर्टल के जरिए अड्रेस अपडेट किया जा सकता है।’ आमतौर पर किराये के घरों में रहने वाले और प्रवासी मजदूरों को अड्रेस अपडेट कराने में दिक्कत होती है और इस वजह से आधार के जरिए मिलने वाली सेवाओं का लाभ नहीं ले पाते हैं।
1 अप्रैल 2019 से लागू होने जा रहे नए सिस्टम के तहत, आधारधारक यूआईडीएआई वेबसाइट के जरिए ‘सीक्रेट पिन वाले आधार लेटर’ के लिए रिक्वेस्ट डाल सकते हैं, जैसा कि डेबिट और क्रेडिट कार्ड ऐक्टिवेट करने के लिए बैंकों की ओर से पिन के साथ लेटर भेजा जाता है।
यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने मंगलवार को आधार यूजर्स के लिए वर्चुअल आईडी की शुरुआत कर दी है। UIDAI का कहना है कि जल्द ही सर्विस प्रोवाइडर्स आधार के बदले इसे स्वीकार करेंगे। इसका मतलब यह है कि अब आपको ऑथेंटिकेशन के लिए आधार नंबर देने की जरूरत नहीं होगी। इसके लिए वर्चुअल आईडी का इस्तेमाल कर सकेंगे।
वर्चुअल आईडी 16 अंकों वाली रेंडम संख्या है, जिसे UIDAI की वेबसाइट से जेनरेट किया जा सकता है।
वेरिफिकेशन या ऑथेंटिकेशन के लिए आधार आधार संख्या बताने की जरूरत होगी। वर्चुअल आईडी आधार संख्या के शुरुआती विकल्प के रूप में काम करेगी। इससे आधार डेटा और भी अधिक सुरक्षित हो जाएगा। इस आईडी का उपयोग आधार में पते को ऑनलाइन अपडेट करने के लिए भी किया जा सकता है।
वीआईडी नंबर देने पर किसी ऑथराइज्ड एजेंसी जैसे मोबाइल कंपनियों को नाम, पता और फोटो जैसी सीमित जानकारी ही मिलेगी, जो वेरिफिकेशन के लिए पर्याप्त है।
सबसे पहले यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया की वेबसाइट (https://uidai.gov.in/) पर जाएं। होम पेज पर ही आधार सर्विसेज टैब के नीचे Virtual ID (VID) Generator पर क्लिक करें।
सबसे पहले अपना आधार नंबर डालें। इसके बाद सिक्यॉरिटी कोड टाइप करें और सेंड ओटीपी पर क्लिक करें। आधार से जुड़े आपके मोबाइल पर ओटीपी आएगा। इसके बाद ओटीपी एंटर करें और वीआईडी जेनरेट को सलेक्ट करके सबमिट करें। ऐसा करते ही आपको मोबाइल पर 16 अंकों वाला VID प्राप्त हो जाएगा।
यूआईडीएआई अधिकारी के मुताबिक, सर्विस की शुरुआत से पहले एक पायलट प्रॉजेक्ट लागू किया जा सकता है। अधिकारी ने बताया, ‘पायलट प्रॉजेक्ट की शुरुआत 1 जनवरी 2019 से होगी और इस सेवा को 1 अप्रैल 2019 से पूरी तरह लागू किया जाएगा।’
इस समय अड्रेस (पंजीकरण या अपडेट) के लिए फॉर्म भरने के साथ पासपोर्ट, बैंक पासबुक, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, रजिस्टर्ड रेंट अग्रीमेंट, मैरिज सर्टिफिकेट जैसे 35 डॉक्युमेंट्स में कोई एक प्रूफ के तौर पर देना होता है।