पतंजलि के सभी उत्पादों पर अंग्रेजी प्राथमिक भाषा बन गयी है कई उत्पादों से तो हिंदी गायब कर दी गयी है, पीछे खिसका दी गयी अथवा अंग्रेजी से नीचे छोटे फॉण्ट में पहुँचा दी गयी अथवा अंग्रेजी के नीचे लिखी जा रही है जो बेहद शर्मनाक और निंदनीय है. एक स्वदेसी कंपनी अपनी भाषा को अंग्रेजी के समाने अपमानित करे यह असहनीय है.
सभी पतंजलि उत्पादों पर हिंदी के अतिरिक्त अन्य भारतीय भाषाओ को शामिल करने और अंग्रेजी को कम करने का समय आ गया है. पतंजलि की वेबसाइट और मोबाइल एप्लीकेशन में प्रमुख भारतीय भाषाओं का विकल्प नहीं जोड़ा जाता है तब तक वेबसाइट/ मोबाइल एप आम भारतीय नागरिक के काम नहीं आ सकता है क्योंकि आम भारतीय नागरिक आज भी अपना कामकाज भारतीय भाषाओं में करता है उसे अंग्रेजी समझ नहीं आती है इसलिए इसमें हिन्दी और अन्य भारतीय भाषाओं का विकल्प जोड़ने की कृपा करें ताकि अंग्रेजी न जानने वाले उपयोगकर्ता (यूजर) भी इन सेवाओं का प्रयोग कर सकें, इससे आपको भी बहुत लाभ होगा क्योंकि आपकी सेवाओं के उपयोगकर्ताओं (ग्राहकों) की संख्या तेजी से बढ़ सकेगी।
भवदीय,
प्रवीण कुमार जैन (एमकॉम, एफसीएस, एलएलबी),
कम्पनी सचिव, वाशी, नवी मुम्बई – ४००७०३.
Regards,
Praveen Kumar Jain (M.Com, FCS, LLB),
Company Secretary, Vashi, Navi Mumbai – 400703.