बाजारीकरण के दौर में समाज को सही मार्ग दिखा पाना अत्यंत चुनौतीपूर्ण है। मुंबई जैसे शहर में यह कार्य और भी जटिल है। त्रासदी यह है कि लोकतंत्र के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ मीडिया को भी बाजारीकरण ने अपने चुंगल में ले लिया है।
उक्त उद्गार मुंबई के पुलिस आयुक्त डॉ. सत्यपाल सिंह ने मुंबई के होटल सम्राट में सामाजिक एवं साहित्यिक संस्था तरुण कला संगम द्वारा हमारा महानगर दैनिक के कार्यकारी संपादक राघवेन्द्रनाथ द्विवेदी को विशिष्ट पत्रकारिता सम्मान प्रदान करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि समाचार पत्र हों या खबरिया चैनल, सभी में इन दिनों मानो नकारात्मक खबर समाज के संमुख प्रस्तुत करने की होड़ सी मची हुई है। डॉ. सिंह ने कहा कि मीडिया इन दिनों मुंबई की जो तस्वीर पेश कर रहा है, उससे समाज में भय का माहौल है।
उन्होंने कहा कि पतन का मार्ग चिकना होता है, जिस पर इंसान आसानी से फिसल जाता है, जबकि सच्चाई और सफलता की राह बहुत कठिन होती है। जिसमें समाज को आगे ले जाने का ज्ञान हो, लेखनी में प्रेरणा की धमक हो, बुद्धिजीवी हो, वही सच्चा पत्रकार कहलाने की काबिलियत रखता है, उसमें समाज और राष्ट्र को जोड़कर रखने का माद्दा होना जरूरी है। पत्रकार रत्न से सम्मानित राघवेन्द्रनाथ द्विवेदी को उन्होंने उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर पुलिस आयुक्त डॉ. सत्यपाल सिंह तथा कांग्रेस के सभासद अविनाश पांडे ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष प्रा जनार्दन चांदुरकर, वरिष्ठ पत्रकार लालजी मिश्र, शचीन्द्र त्रिपाठी, डॉ. अभयनारायण त्रिपाठी(आईएएम) तथा संस्था अध्यक्ष चित्रसेन सिंह मौजूदगी में राघवेन्द्रनाथ द्विवेदी को पुरस्कार स्वरूप 31 हजार नगद, ट्रॉफी तथा प्रशस्तिपत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
मुख्य अतिथि अविनाश पांडे ने कहा कि महज लेखन से ही एक पत्रकार बुद्धिजीवी नहीं हो सकता, उसकी हर क्षेत्र में व्यापक पकड़ होनी चाहिए। अध्यक्षीय भाषण में वरिष्ठ पत्रकार शचीन्द्र त्रिपाठी ने संस्था द्वारा प्रदत्त इस सम्मान की सराहना करते हुए कहा कि इससे नवोदित युवा पत्रकारों को भी सकारात्मक लेखन की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने सत्कारमूर्ति राघवेन्द्रनाथ द्विवेदी को मेहनत एवं निष्ठा की प्रतिमूर्ति बताते हुए कहा कि वे इन्हीं गुणों के बलबूते अल्पकाल में ही सर्वोच्च पद तक पहुंचने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकृति समाज का अभिन्न हिस्सा रही है।
बावजूद इसके मीडिया को घृणित चेहरा दिखाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि समाज सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित हैं। मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष प्रा जनार्दन चांदुलकर ने येलो जर्नलिज्म को समाज के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए कहा कि मीडिया आज इस्तेमाल और ब्लैकमेलिंग का जरिया बनती जा रही है। उन्होंने कहा कि देश में यंग डेमोक्रेसी महज 65 वर्ष की है लिहाजा मीडिया की भी थिंकिंग प्रोसेस साइंटिफिक होना चाहिए। डॉ. अभयनारायण त्रिपाठी ने कहा कि पत्रकार समाज को दिशा प्रदान करता है लिहाजा जहां तक संभव हो उसे पीत पत्रकारिता से परहेज करना होगा। सम्मान के प्रति आभार व्यक्त करते हुए राघवेन्द्रनाथ द्विवेदी ने चित्रसेन सिंह तथा समुची टीम को इस सम्मान के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि यह सदैव उनके लिए प्रेरणा का कार्य करेगा और वे सामाजिक दायित्वों का निर्वहन हमेशा करते रहेंगे।
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के तौर पर लिबोर्ड ग्रुप के चेयरमैन सीए ललित डांगी, भारतीय सद्विचार मंच के अध्यक्ष डॉ. राधेश्याम तिवारी, मुंबई कांग्रेस के महासचिव राजन भोंसले, युवा उद्योगपति गणपत कोठारी(कोठारी ग्रुप ऑफ कंपनीज), कपड़ा व्यापारी एकता एसोसिएशन के अध्यक्ष एसपी आहूजा, राकांपा के मुंबई महासचिव उदयप्रताप सिंह तथा पत्रकारिता क्षेत्र की अनेक गणमान्य हस्तियां मौजूद थीं। संचालन आनंद सिंह तथा आभार तरुण कला संगम के अध्यक्ष श्री चित्रसेन सिंह ने व्यक्त किया।.