यात्री सुविधाओं पर निरंतर काम कर रही भारतीय रेलवे ने अब देश के व्यस्त स्टेशनों पर तिरंगा लगाने का फैसला किया है. देश के 75 सबसे व्यस्त स्टेशन परिसर में इस साल के आखिर तक 100 फुट ऊंचा राष्ट्रध्वज लगाने का फैसला किया गया है. रेलवे बोर्ड ने 22 अक्टूबर को इस बारे में आदेश जारी किया है, इस आदेश को सभी क्षेत्रीय रेलवे को भेज दिया गया है. आदेश के अनुसार संबद्ध अधिकारियों से अगले महीने के अंत तक राष्ट्र ध्वज लगाने का काम पूरा करने को कहा गया है.
यह आदेश रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (स्टेशन विकास) विवेक सक्सेना की तरफ से जारी किया गया है. आदेश में कहा गया है कि बोर्ड ने पहले के A 1 श्रेणी के सभी रेलवे स्टेशनों पर कम से कम 100 फुट ऊंचा राष्ट्रध्वज लगाने का फैसला किया है. मुंबई में 7 स्टेशनों पर राष्ट्रध्वज लगाए जाएंगे. पश्चिम रेल के मुख्य प्रवक्ता रवींद्र भाकर ने बताया कि रेलवे बोर्ड के आदेश को अक्षरश: लागू किया जाएगा.
वहीं, पश्चिम रेल द्वारा गठित जोनल रेलवे यूजर कंसलटेटिव कमेटी के सदस्य रतन पोद्दार ने कहा कि रेलवे की प्राथमिकता यात्री सुविधाओं को बढ़ाने की होनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि महज ध्वज लगा देने से लोगों में देशभक्ति की भावना आ जाएगी.’ रेलवे अधिकारियों का कहना है कि हमारी टीम इस काम को समय से पूरा कर लेगी. जिन स्टेशन पर तिरंगा लगाए जाने की योजना है उनमें भोपाल और दिल्ली का नाम भी शामिल है.
मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, लोकमान्य तिलक टर्मिनस, दादर, ठाणे, कल्याण, मुंबई सेंट्रल और बांद्रा टर्मिनस हैं. आदेश में यह भी कहा गया है, ‘झंडे को स्टेशन के उचित स्थान पर लगाया जाएगा. साथ ही झंडे के लिए फोकस्ड लाइट्स भी लगाई जाएंगी. झंडे की सुरक्षा का काम रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जिम्मे रहेगा.’