Monday, November 25, 2024
spot_img
Homeमीडिया की दुनिया सेहिंदी पत्रकार ही आम जनता की धडकन समझता हैं- प्रत्युष कंठ

हिंदी पत्रकार ही आम जनता की धडकन समझता हैं- प्रत्युष कंठ

आम जनता से जुड़ी समस्याओं को परखनेवाला और उसे अपने पत्र के माध्यम से रेखांकित करनेवाला हिंदी पत्रकार ही आम जनता की धडकन समझता हैं। यह बात टाइम्स ऑफ इंडिया के दिल्ली के पूर्व नगर संपादक प्रत्युष कंठ ने कही।

80fb7bab-3f4d-4682-b23d-a54039ca6962प्रत्युष कंठ मुंबई की सामाजिक संस्था ‘ राइट्स’ द्वारा मुंबई के गरवारे क्लब में आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली के किराडी से जब मैंने विधानसभा का चुनाव लड़ा तब मुझे आम लोगों के बीच जाने का मौका मिला। किराडी के जनमानस की आम समस्याओं से रुबरु हुआ और मुझे पता चला कि हिंदी पत्रकार किसतरह अपने स्तर पर इनसी जुड़ी खबरों को पटल पर रखते है और उनकी बुलंद आवाज बन चुके हैं। लेकिन अंग्रेजी मीडिया इसे खबर मानता ही नहीं।

‘ राइट्स’ ने कंठ के अलावा उत्तर प्रदेश पत्रकार मान्यता समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी, पंजाब केसरी के समाचार संपादक हरीश चोपड़ा और महाराष्ट्र सरकार द्वारा पुरस्कृत विजय सिंह कौशिक का सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया था। इस मौके पर सांसद हरिवंश सिंह, मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और विधायक नसीम खान, पूर्व सांसद उल्हास पवार, पूर्व राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह, ज़ाकिर अहमद, वागीश सारस्वत, डॉ राजेंद्र सिंह, उदय प्रताप सिंह, किशोर जोशी, मनोज दुबे, उत्तरप्रदेश से आए पत्रकार बी एन मिश्रा, महाराष्ट्र अधिस्विकृती पत्रकार कमिटी के अध्यक्ष यदु जोशी, नवभारत के शहर संपादक बृजमोहन पांडेय, दोपहर का सामना के निवासी संपादक अनिल तिवारी, आरटीआई एक्टिविस्ट अनिल गलगली, वरिष्ठ पत्रकार इंद्रकुमार जैन, सुनील सिंह, मृत्युंजय बोस, अभिमन्यु शितोले,निरंजन परिहार, आदित्य दुबे, आनंद मिश्रा, विशाल सिंह, इंद्रजीत सिंह, हरगोविंद विश्वकर्मा, आचार्य त्रिपाठी, टी के द्विवेदी, वि मनोज दुबे, सुशील मिश्र, राजकुमार सिंह, सुरेंद्र मिश्रा, सुरेश शुक्ला शिवम पांडे, आदि उपस्थित थे। ‘ राइट्स’ के अध्यक्ष रामकिशोर त्रिवेदी, उपाध्यक्ष अनुराग त्रिपाठी, संरक्षक एस पी शर्मा, महासचिव सुरेंद्र शर्मा ने उपस्थितजनों का स्वागत किया।

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार