Monday, December 23, 2024
spot_img
Homeहिन्दी जगतप्रो. गिरीश्वर मिश्र तथा प्रो. कृष्ण कुमार गोस्वामी​ केंद्रीय...

प्रो. गिरीश्वर मिश्र तथा प्रो. कृष्ण कुमार गोस्वामी​ केंद्रीय हिंदी समिति के सदस्य मनोनीत

भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग के दिनांक 23 जून, 2017 के संकल्प के अनुसार महात्मा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति मा. गिरीश्र्वर मिश्र जी तथा केंद्रीय हिंदी निदेशालय के पूर्व प्रोफेसर व हिंदी के मूर्धन्य विद्वान व वयोवृद्ध हिंदीसेवी मा. कृष्ण कुमार गोस्वामी को माननीय प्रधानमंत्री जी की अध्यक्षता में गठित हिंदी की सर्वोच्च समिति ‘केंद्रीय हिंदी समिति’ के सदस्य होंगे । समिति का कार्यकाल तीन वर्ष का है ।

प्रो॰ गिरीश्वर मिश्र (जन्म -1951) भारत के एक शिक्षाविद, मनोविज्ञानी, समाज विज्ञानी, लेखक, संपादक एवं महात्मा गान्धी अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय के कुलपति हैं। गोरखपुर विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में स्नातक, पीएचडी डिग्री प्राप्त करने के उपरांत प्रो॰ गिरीश्वर मिश्र ने उसी विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान विषय के व्याख्याता के रूप में सन 1970 में कर्मजीवन प्रारंभ किया। प्रो॰ मिश्र पांचवें आईसीएसएसआर सर्वे ऑफ़ साइकोलॉजी के प्रधान संपादक तथा नेशनल अकादमी ऑफ़ साइकोलॉजी, इंडिया और साइकोलॉजिकल स्टडीज के संपादक रहे हैं। प्रो॰ गिरीश्वर मिश्र हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के क्षेत्र में सक्रिय एवं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और इस संबंध में इनके लेख विभिन्न प्रतिष्ठित राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय समाचार पत्रों आदि में भी नियमित रुप से लिखते हैं।

प्रो. कृष्ण कुमार गोस्वामी (जन्म – 1942) ने केंद्रीय हिंदी संस्थान उच्च शिक्षा एवं शोध संस्थान दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा हैदराबाद और दिल्ली विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य किया है विवेक केंद्रीय हिंदी संस्थान में प्रोफ़ेसर विभाग अध्यक्ष प्रभारी एवं क्षेत्रीय निदेशक पद पर कार्य करते हुए सेवानिवृत्त हुए हैं प्रोफेसर गोस्वामी ने भारत में ही नहीं विदेशों में नेपाल ,संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, युनाइटेड अरब अमीरात (दुबई, शारजाह, अबूधाबी आदि),मारिशस, स्वीडन, डेनमार्क, दक्षिण अफ्रीका तथा फ्रांस आदि देशों के विश्वविद्यालयों तथा शैक्षिक संस्थाओं में हिन्दी संरचना, अनुवाद, भाषा- शिक्षण, भारतीय संस्कृति, भाषा प्रौद्योगिकी आदि विषयों पर व्याख्यान दिए हैं। उन्होंने हिन्दी का अध्यापन न केवल मातृभाषा के रूप में किया है वरन द्वितीय भाषा और विदेशी भाषा के रूप में भी किया है । इनका अध्यापन क्षेत्र भाषाविज्ञान, अनुप्रयुक्त भाषाविज्ञान, अनुवाद विज्ञान, समाजभाषाविज्ञान, शैलीविज्ञान, कोशविज्ञान, कंप्यूटरीकृत भाषाविज्ञान और भाषा प्रौद्योगिकी, भाषा शिक्षण, प्रयोजनमूलक हिन्दी, हिन्दी व्याकरण और संरचना, साहित्य, भारतीय संस्कृति आदि हैं।

प्रो॰ गिरीश्वर मिश्र तथा प्रो. कृष्ण कुमार गोस्वामी द्वारा ‘वैश्विक हिंदी सम्मेलन’ के वैश्विक समूह आदि के माध्यम से हिंदी व भारतीय भाषाओं के प्रसार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया जाता रहा है। ‘केंद्रीय हिंदी समिति’ के सदस्य नियुक्त किए जाने पर ‘वैश्विक हिंदी सम्मेलन’ परिवार के सभी सदस्यों की ओर से प्रो॰ गिरीश्वर मिश्र जी तथा प्रो. कृष्ण कुमार गोस्वामी जी सहित केंद्रीय हिंदी समिति के सभी माननीय पदाधिकारियों व सदस्यों को हार्दिक बधाई । हमें आशा है कि इनके प्रयासों से हिंदी, शिक्षा, रोजगार, जनसुविधाओं, जनसूचना, जनसंचार सहित ज्ञान-विज्ञान आदि क्षेत्रों में प्रभावी भूमिका निभाते हुए होते हुए सूचना-प्रौद्योगिकी को साथ ले कर देश-विदेश में निरंतर प्रगति-पथ पर आगे बढ़ेगी।

प्रेषक
वैश्विक हिंदी सम्मेलन, मुंबई
vaishwikhindisammelan@gmail.com

वैश्विक हिंदी सम्मेलन की वैबसाइट -www.vhindi.in
‘वैश्विक हिंदी सम्मेलन’ फेसबुक समूह का पता-https://www.facebook.com/groups/mumbaihindisammelan/
संपर्क – vaishwikhindisammelan@gmail.com
Attachments area

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार