नई दिल्ली, 6 फरवरी 2016; हम अपने जीवन में हमेशा कुछ बड़ा करने की सोच रखते हैं, नये सपने सजाते हैं। ऐसे में कुछ लोग विदेशी सरजमीं की राह करते हैं। ऐसे ही सपनों की तलाश में जब मोनालिसा और ज्ञाना यू.एस. की यूनिवर्सिटी पहुंचे तो वहां की तीन यूनिवर्सिटियों में उन्होंने कुछ ऐसा अनुभव किया जिसे उन्होंने एक पुस्तक के रूप में जारी करते हुए सभी के साथ साझा करने का निश्चय किया और संरचना तैयार हुई ‘ऐवरी राॅक हैज़ ए राॅक लाईनिंग..’ की।
‘ऐवरी राॅक हैज़ ए राॅक लाईनिंग..’ विदेशी यूनिवर्सिटी में इस भारतीय कपल की अद्भुत यात्रा का सार है, जहां उन्होंने जीवन और सफलता के दूसरे मायने समझे। लेखक मोनालिसा का लेखन प्रवाह सशक्त है जहां उन्होंने अपने अनुभव, घटनाओं और लक्षण को अद्वितीय परिप्रेक्ष्य के साथ पुस्तक में उतारा है। यह प्रवाह यू.एस. में पढ़ने जाने वाले विद्यार्थियों के जीवन को प्रदर्शित करती है जहां मोनालिसा व ज्ञाना ने यहां की जमीनी हकीकत को जाना।
सफलता की सच्ची कहानी और टाइट बजट पर जीवन का संतुलन बनाने की गाथा प्रस्तुत करती यह पुस्तक छोटे-छोटे सपने, उम्मीदें, खुखियां, तकरार और जीतने के साथ-साथ इस बात को भी प्रमाणित करती है कि किस तरह से इन छोटी-छोटी गतिविधियां एक साथ मिलकर एक यादगार यात्रा बनाती हैं, जो जीवन से भी बड़ी हैं।
वर्तमान में यह पुस्तक अलग-अलग स्थानों पर पाठकों से रूबरू हो रही है, जहां इसे काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। विशेष रूप से अन्तर्राष्ट्रीय छात्रों व शिक्षकों ने पुस्तक को हाथो-हाथ लिया है।
आभा पब्लिकेशन द्वारा जारी पुस्तक ‘ऐवरी राॅक हैज़ ए राॅक लाईनिंग’ सभी प्रमुख बुक स्टोर के साथ-साथ अमेजन व फ्लििपकार्ट जैसे आॅनलाइन पोर्टल पर रूपय 399/- में उपलब्ध है।
लेखिका मोनालिसा ने पूर्व में ‘वी आर, देअरफोर वी नीड टू थिंक’, लिखी थी। लेखक से अलग मोनालिसा सामाजिक कार्यों के लिए हमेशा तैयार रहती हैं, चाहे मुद्दा कैसा भी हो और बेशक इसके लिए उन्हें अकेले पहल करनी पड़े।
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