मीडिया की दुनिया के दिग्गज राघव बहल के नए वेंचर द क्विंट डॉट कॉम (thequint.com) ने एक नई रणनीति अपनाई है। अंग्रेजी में लोकप्रिय कंटेंट देने के बाद अब ये समूह हिंदी में भी वेबसाइट लॉन्च करने की प्लानिंग कर रहा है, इसके लिए रिक्रूटमेंट प्रोसेस भी शुरू हो गया है।
पर लॉन्चिंग से पहले ही क्विंट समूह बिना वेबसाइट लॉन्च किए ही वो हिंदी के खबर बाजार में उतर गई है। क्विंट ने फेसबुक के प्लेटफॉर्म को इस तरीके और सलीके से इस्तेमाल किया है कि शायद हिंदी वेबसाइट लॉन्च करने के बाद वे मार्केट में नए प्लेयर की तरह न दिखे।
दिलचस्प बात ये है कि फेसबुक और ट्विटर के जरिए ही क्विंट ना केवल प्रिंट और वेब मीडिया को कड़ी टक्कर देने में जुटा है बल्कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए भी मुश्किलें पैदा कर दी हैं। क्विंट के रिपोर्टर्स पहले तो खबरों के छोटे-छोटे विडियो डाल रहे थे, अब तो वो छोटी छोटी पीटीसी न्यूज रूम से ही करके ट्विटर और फेसबुक पर अपलोड कर रहे हैं। ब्रेकिंग खबर के मामले में वो ये फंडा आजमा रहे हैं। साफ है इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए अभी से तैयारी की जा रही है, या देश के लोगों को एक नई तरह की मीडिया का टेस्ट विकसित करने की तैयारी हो रही है।
जानकार बता रहे हैं कि अब लोग खबरों के लिए वेबसाइट्स पर जाने के बजाय फेसबुक और ट्विटर की पोस्ट्स के जरिए ज्यादा पढ़ना पसंद कर रहे हैं। ऐसे में मार्केट में अपनी स्पेस बनाने के ले तब तक के लिए क्विंट हिंदी के नाम से फेसबुक और ट्विटर पेज बनाकर वे अपनी खबरों को वेबसाइट लॉन्च करने से पहले फेसबुक के नोट्स में लिखकर उसका लिंक ट्विटर और फेसबुक के जरिए शेयर कर रहे हैं।
आप भी निम्न लिंक्स के जरिए क्विंट हिंदी की खबरों को फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो कर सकते हैं…
https://www.facebook.com/Quint-Hindi-383490905172923/timeline/