कश्मीर यूनिवर्सिटी में क्या तिरंगा फहराना मना है? यह सवाल इसलिए खड़ा हुआ है क्योंकि कश्मीर यूनिवर्सिटी के कुछ स्टूडेंट को यह बात नागवार गुजरी की एक फिल्म की शूटिंग के दौरान प्रतीकात्मक रूप से यूनिवर्सिटी कैंपस में तिरंगा फहराया गया।
छात्रों ने फिल्म के कलाकारों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और शूटिंग को रोकने की कोशिश करने लगे। देखते ही देखते माहौल इतना खराब हो गया कि फिल्म यूनिट को पैक अप कर वहां से जाना पड़ा।
फिल्मकार विशाल भारद्वाज की फिल्म 'हैदर' की शूटिंग रविवार को श्रीनगर के हजरतबल स्थित कश्मीर यूनिवर्सिटी के कैंपस में की जा रही थी। इसके लिए यूनिवर्सिटी कैंपस के तहत नसीम बाग इलाके में फिल्म का सेट लगाया गया। इसमें एक बंकर बनाया गया और उसके ऊपर तिरंगा फहराया गया। फिल्म के इस दृश्य में फिदायीन हमले का संदर्भ बताया जा रहा है। लेकिन इसी दौरान कुछ छात्र वहां इकट्ठा होने लगे और वे आपस में तिरंगे को लेकर बातें करने लगे। देखते ही देखते हॉस्टल के करीब 50 छात्र वहां इकट्ठा हो गए। इनमें से कुछ छात्रों ने शूटिंग की देखरेख कर रहे मैनेजरों को कुछ छात्रों ने तिरंगा उतारने और कैंपस में कुछ भी आपत्तिजनक (भारत विरोधी तत्वों के नजरिए से) शूट करने से मना कर दिया।
धीरे-धीरे छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया और शूटिंग रोकने की कोशिश की। मौके पर मौजूद पुलिस वालों ने छात्रों को ऐसा करने से रोका और कुछ को हिरासत में भी लिया। जब दबाव में आकर शूटिंग यूनिट ने तिरंगा उतारना शुरू किया तो वहां मौजूद छात्रों ने अभिनेता इरफान खान द्वारा सेट पर सिगरेट पिए जाने को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। थोड़ी देर बाद लोगों ने भारत विरोधी और कश्मीर की आज़ादी के नारे लगाने लगे। इससे परेशान शूटिंग यूनिट ने अपना तामझाम बटोरा और वहां से चले गए।