मुंबई। नेशनल डॉक्टर्स डे उन सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य सेवा से जुड़े हुए स्वास्थ्य कर्मियों को समर्पित है जो मानवता की सेवा में अपना अमूल्य योगदान देते हैं। डॉक्टर्स डे की इस साल की थीम ‘सेव द सेवियर्स’ थी। इस अवसर पर पश्चिम रेलवे और मध्य रेल के चिकित्सा विभागों के संयुक्त तत्वावधान में एक वर्चुअल कार्यक्रम मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस स्थित मध्य रेल के प्रधान कार्यालय में आयोजित किया गया। पश्चिम रेलवे एवं मध्य रेल के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। श्री कंसल ने इस संयुक्त पहल की सराहना की और विशेष रूप से, कोविड-19 महामारी की कठिन चुनौती के दौर में भी रेलवे डॉक्टरों की कड़ी मेहनत और उनके समर्पण की प्रशंसा की तथा उन्हें बधाई भी दी।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस अवसर पर वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा चेस्ट पेन टू हार्ट अटैक और फिटनेस इन कोविड-19 इन दो महत्वपूर्ण विषयों पर प्रजेंटेशन प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर बोलते हुए महाप्रबंधक श्री कंसल ने पश्चिम रेलवे और मध्य रेल के चिकित्सा कर्मियों द्वारा दिए गए योगदान की सराहना की। उन्होंने पश्चिम रेलवे के मुंबई सेंट्रल स्थित जगजीवन राम अस्पताल और मध्य रेल के भायखला स्थित डॉ. अंबेडकर मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों के अथक प्रयासों का गर्व से उल्लेख किया, जो पिछले 15 महीनों के दौरान 7000 कोविड प्रभावित रोगियों का इलाज और उनकी देखभाल करके कोरोना योद्धाओं के रूप में कोविड के खिलाफ इस जंग में सबसे आगे खड़े हैं। उन्होंने उन्हें अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते समय सावधान रहने और उनकी सुरक्षा के लिए खुद को वैक्सीनेटेड रहने का आह्वान किया।
श्री कंसल ने उन्हें अपने लिए कुछ गुणवत्तापूर्ण समय निकालने का भी सुझाव दिया। इस कार्यक्रम में कुछ डॉक्टरों ने गायन, कविता पाठ और व्यंग्य में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। यह उल्लेखनीय है कि महाप्रबंधक श्री कंसल के संरक्षण में पहली बार दोनों अर्थात – पश्चिम रेलवे एवं मध्य रेल के डॉक्टर क्षेत्रीय रेल की सीमाओं को पार करके एक रेल परिवार के रूप में डॉक्टर्स डे को मनाने के लिए एक साथ आये। श्री कंसल ने डॉक्टरों के सहानुभूतिपूर्ण रवैये की एक सारगर्भित उद्धरण “पोंछ कर अश्क अपनी आँखों से, मुस्कुराओ तो कोई बात बनें” के ज़रिये प्रशंसा की। इस अवसर पर उन्होंने उसी समय कुछ पंक्तियों की रचना कर कहा “मरीजों का देख कर हाल सबका दिल कांपता है, ये डॉक्टर के बस की ही बात है जो हम सभी को संभालता है” तथा इसके ज़रिये डॉक्टरों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर मध्य रेल के वरिष्ठ उप महाप्रबंधक, पश्चिम रेलवे एवं मध्य रेल के प्रधान मुख्य चिकित्सा निदेशक, जगजीवन राम अस्पताल और डॉ. अम्बेडकर मेमोरियल अस्पताल के चिकित्सा निदेशक तथा दोनों रेलवे के प्रधान कार्यालय एवं मंडलों के अन्य डॉक्टर एवं फिजिशियन उपस्थित थे।
रेलवे को अपने डॉक्टरों के साथ-साथ पैरामेडिकल स्टाफ की अपनी समर्पित टीम पर गर्व है और वह मानवता की सेवा में उनके दृढ़ संकल्प, धैर्य और कड़ी मेहनत को सलाम करती है।