राजस्थान में बेसहारा लड़कियों की सहायता अब डॉक्टर करेंगे। राज्य सरकार इसके लिए डॉक्टर्स फॉर डॉक्टर्स योजना लागू करने जा रही है। इसके तहत इन लड़कियों की बारहवीं तक की पढाई और अन्य सुविधाओं तथा इलाज की जिम्मेदारी निजी डॉक्टरों को दी जाएगी।
राजस्थान के बीकानेर में जिला कलेक्टर आरती डोगरा ने बीकानेर में यह योजना लागू की थी और वहां 40 बेसहारा लड़कियों की जिम्मेदारी निजी अस्पतालों के डॉक्टरों ने ले रखी है। ये डॉ. इन लडकियों को स्कूलों में दाखिला दिलवाते हैं और फिर पढाई का पूरा खर्च उठाते हैं।
इसके साथ ही त्योंहारों, लड़कियों को जन्मदिन आदि के मौके पर भी उन्हें परिवार की कमी महसूस नहीं होने देते। चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड का कहना है कि बीकानेर में यह योजना काफी सफल रही है और वहां डॉ. का इन लडकियों से गहरा भावनात्मक जुडाव देखने को मिल रहा है। यही कारण है कि अब इस योजना को पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा है।
इसके तहत जिन बच्चियों को गोद लिया जाएगा, उनका पहचान पत्र बनेगा और पूरा डाटाबेस तैयार किया जाएगा और यह देखा जाएगा कि लड़कियों की शिक्षा सही चल रही है या नहीं। जो डॉ. इस योजना से जुडेंगे, उनका भी पूरा डाटाबेस तैयार होगा।