गुरुकुल के संस्थापक स्वामी दर्शनानन्द महाराज की जयंती पर पतंजलि योघपीठ विश्व के सबसे बड़े गुरुकुलम की स्थापना करने जा रहा है। इसका शिलान्यास 6 जनवरी को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल राज्य सभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी अशोक चौहान चेयरमैन एमटी ग्रुप, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भाजपा शहर विधायक मदन कौशिक और पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद भी उपस्थित रहेंगे। पतंजलि गुरुकुलम की लागत 250 करोड़ बताई जा रही है, जिसमें शिक्षा के साथ हर सुख सुविधा यहां पढ़ने वाले छात्रों को दी जाएगी।
250 करोड़ की लागत से किया गया पहला भाग तैयार
बाबा रामदेव का कहना है की स्वामी दर्शनानन्द द्वारा 118 वर्ष पूर्व 3 बीघा भूमि, 3 ब्रह्मचारी तथा 3 चवन्नी से प्रारंभ गुरुकुल का नाम हमने स्वामी दर्शनानंद गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर रखा है। जो शिक्षा की क्रांति का बड़ा केन्द्र होगा और इस भूमि से नया इतिहास, नया कीर्तिमान रचा जाएगा। रामदेव का कहना है की यहां से तीन बड़े प्रकल्प संचालित होंगे, जिसमें पहला लगभग 250 करोड़ की लागत से तैयार होने वाला 7 मंजिला भव्य पतंजलि गुरुकुलम होगा। इस गुरुकुल में लगभग 1500 विद्यार्थियों की आवासीय व्यवस्था होगी, इसके अतिरिक्त यहां लगभग 250 करोड़ की लागत से आचार्यकुलम की शाखा स्थापित की जाएगी जिसमें लगभग 5000 बच्चें डे-बोर्डिंग का लाभ ले सकेंगे, साथ ही यहां महर्षि दयानन्द अतिथि भवन बनाने की भी योजना है।
यहां बच्चों को 5 भाषाओं का होगा बोध
योग गुरु रामदेव का कहना है कि यहां बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ वो संस्कार दिए जाएंगे, जिससे वे अपनी संस्कृति जुड़ सकें पूरे देश में सनातन के गौरव का कालखण्ड चल रहा है। एक तरफ सनातन का बोध और दूसरी तरफ आधुनिक विषयों का बोध, इस गुरुकुलम में स्वाभिमान का भाव बच्चों के भीतर जागृत किया जाएगा। इसके साथ ही आधुनिक शिक्षा और श्रेष्ठतम प्राच्य विद्या दोनों का संगम होगा हिन्दी,अंग्रेजी, संस्कृत से लेकर विश्व की 5 भाषाओं का बोध पतंजलि गुरुकुलम व आचार्यकुलम के बच्चों को होगा। रामदेव का कहना है कि चौहान समाज के लोगों ने गुरुकुल की सुरक्षा करने में बड़ी भूमिका निभाई है। यहां सम्राट पृथ्वीराज चौहान की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी और एक से दो वर्ष के भीतर एक कम्युनिटी सेंटर बनाया जाएगा, जिसका लाभ हरिद्वार के लोगों को मिलेगा।