निर्माता निर्देशक स्वर्गीय रामानंद सागर की पुत्रवधू निशा बेन ने रामायण के प्रसारण के लिए प्रति एपिसोड 25000 लेने से इनकार कर दिया। यह रकम उन्हें बतौर रॉयल्टी मिलने वाली थी | आप सोचिए आज की इस युवा पीढ़ी को दुनिया के इस महाग्रंथ को समझाने के लिए घर बैठे रुपये 25000 प्रति एपिसोड मिलना था | निशा बेन ने दूरदर्शन को पत्र लिखा कि मुझे खुशी होगी कि आज के बच्चे राम रामायण के बारे में जानेंगे और आप प्रसारण करिए मुझे एक पैसे भी कॉपीराइट के नहीं चाहिए | इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी ने निशा बेन सागर को फोन किया और उन्हें बहुत-बहुत धन्यवाद कहा उनका यह पत्र दूरदर्शन मुख्यालय मंडी हाउस में चर्चा का विषय बना हुआ है |
रामानंद सागर के समधी और मुम्बई के पूर्व शेरीफ मोहन पटेल के पीएम मोदी से पुराने संबंध हैं। पीएम मोदी ने पहले मोहन भाई से ही दूरदर्शन पर रामायण दिखाने की पेशकश की थी ।
निशा बेन सागर ने बताया कि हमारे पास रामायण का पुराना वर्जन था। पीएम से बात होने के बाद इसे नए वर्जन में बदलना चुनौतीपूर्ण था। एक ही दिन में यह काम किया गया। दो बार नया वर्जन रिजेक्ट भी हुआ। पर तीसरी कोशिश में हम कामयाब हो गए। इसके लिए हमारी टीम पूरी रात जागती रही, तब जाकर यह काम हो पाया। अब हम संतुष्ट हैं कि आज की पीढ़ी को हम दूरदर्शन पर रामायण दिखाकर उन्हें कुछ नया देने का प्रयास कर रहे हैँ।