मुंबई। छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर सतारा में माननीय सांसद श्री उदयनराजे भोसले द्वारा श्री सुशील चन्द्र द्वारा हिंदी में रचित काव्य पुस्तक ‘वीर शिवाजी की गाथाएँ’ का विमोचन किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार श्री मधुकर भावे भी उपस्थित थे। भारतीय रेलवे मैकेनिकल इंजीनियरिंग सेवा के 1982 बैच के अधिकारी श्री सुशील चन्द्र वर्तमान में पश्चिम परिमंडल के रेलवे संरक्षा आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं।
हिंदी स्वराज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज एक महान योद्धा और तेजस्वी शासक थे। छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र में जन्मे हों, परन्तु उनके जीवन की कथा पूरे देश के लिए प्रेरणादायी है। असंख्य हिंदी भाषियों को श्री सुशील चन्द्र जी ने पद्य के माध्यम से शिवाजी के जन्म से पहले से लेकर उनके महाप्रयाण तक की कहानी को बड़े ही दिलचस्प ढंग से पेश किया है। उनके देदीप्यमान जीवन काल की प्रमुख घटनाओं को 21 खंडों में समावेश कर 587 हिंदी कविताओं को इस पुस्तक में क्रमबद्ध, सहज और आकर्षक रूप में प्रस्तुत किया गया है। इस पुस्तक में शिवाजी महाराज के पराक्रम, राजनीति, शासन प्रबंधन की पराकाष्ठा का समयक दर्शन बड़ी ही सुंदरता से किया गया है। साथ ही शिवाजी महाराज के साथियों बाजी प्रभु, तानाजी, मुरार बाजी, नेतोजी, प्रतापराव की वीर गाथाएँ भी उत्कृष्टता से वर्णित की गई हैं।
श्री सुशील चन्द्र ने बताया कि शिवाजी महाराज पर गद्य में बहुत कुछ लिखा गया है, परन्तु पद्य और हिंदी में उसकी तुलना में कम साहित्य उपलब्ध है। इस पुस्तक का प्राक्कथन केन्द्रीय वाणिज्य, उद्योग एवं नागर विमानन मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु द्वारा लिखा गया है, जबकि एबीपी न्यूज़ के वरिष्ठ सम्पादक श्री जीतेन्द्र दीक्षित, महाराष्ट्र टाइम्स के निवासी सम्पादक श्रीकांत बोजेवार, लोकसत्ता के वरिष्ठ सहायक सम्पादक श्री दिनेश गुणे, नवभारत-मुंबई के शहर सम्पादक श्री ब्रजमोहन पांडेय, हमारा महानगर के कार्यकारी सम्पादक श्री राघवेन्द्र नाथ द्विवेदी तथा मिड-डे के वरिष्ठ सहायक सम्पादक श्री राजेन्द्र अकलेकर जैसे वरिष्ठ एवं प्रतिष्ठित हस्ताक्षरों ने पुस्तक पर अपने अमूल्य विचार रखे हैं।
भारतीय रेल सेवा में प्रशासनिक अधिकारी के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए श्री सुशील चन्द्र जी का असंख्य हिंदी भाषियों में इस पुस्तक के माध्यम से शिवाजी महाराज के धैर्य, पराक्रम और उनके शौर्य को काव्य के माध्यम से पहुँचाने का यह एक सराहनीय प्रयास है। यह पुस्तक देश के करोड़ों हिंदी भाषियों को शिवाजी महाराज के उज्ज्वल जीवन से परिचित करायेगी और उन्हें देश प्रेम के लिए प्रेरित करती रहेगी। श्री चन्द्र द्वारा लिखित पुस्तक ‘रेलों की यात्राएँ’ पाठकों में अत्यंत लोकप्रिय हुई थी।
— फोटो कैप्शनः- श्री सुशील चन्द्र द्वारा रचित काव्य पुस्तक ‘वीर शिवाजी की गाथाएँ’ का विमोचन करते हुए सतारा के माननीय सांसद श्री उदयनराजे भोसले।