Sunday, November 24, 2024
spot_img
Homeमीडिया की दुनिया सेरिलायंस और भारती एयरटेल की लड़ाई थाने तक पहुँची

रिलायंस और भारती एयरटेल की लड़ाई थाने तक पहुँची

4जी मुकाबले से पहले ही भारती एयरटेल और रिलायंस जियो इन्फोकॉम की लड़ाई तेज हो गई है। देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल ने अपने एक पूर्व एंप्लॉयी पर कंपनी के गुप्त डेटा चुराने का आरोप लगाया है। एयरटेल का कहना है कि उसकी प्रतिद्वंद्वी कंपनी रिलायंस जियो इन्फोकॉम के फायदे के लिए डेटा चुराया गया है। एयरटेल ने इस सिलसिले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इसमें कहा गया है कि यासिर माजिद नाम के शख्स ने भारती एयरटेल छोड़ने से पहले जियो के इस्तेमाल के लिए गुप्त सूचनाओं को डाउनलोड किया और इसकी कॉपी बनाई। माजिद ने इस साल अप्रैल में एयरटेल छोड़ा था।

इस सिलसिले में दायर एफआईआर में कहा गया है, 'एयरटेल से मुक्त होने के बाद यासिर माजिद ने रिलायंस जियो इन्फोकॉम में नौकरी शुरू की, जिससे साफ हो गया कि इस शख्स ने खुद और अपने मौजूदा एंप्लॉयर रिलायंस जियो इन्फोकॉम के लिए गुप्त फाइनैंशल डेटा/सूचनाओं की डाउनलोडिंग और कॉपी की, जो कंपनी की बिजनस कॉम्पिटीटर है।' यह एफआईआर 22 जून को उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर के इंफोसिटी पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई।

रिलायंस जियो का कहना है कि वह इस मामले को देख रही है। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया, 'एक जवाबदेह कंपनी की तरह रिलायंस जियो का सबसे ज्यादा जोर अपने एंप्लॉयीज के कामकाजी आचरण और व्यवहार पर रहता है। यह हमारे कॉरपोरेट वैल्यू सिस्टम का अटूट हिस्सा है। हम इस मामले की जांच करेंगे।'

सुनील मित्तल की कंपनी एयरटेल को मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो इन्फोकॉम से मुकाबला करना होगा। रिलायंस जियो इस साल दिसंबर के आसपास अपना कमर्शल 4जी ऑपरेशन लॉन्च करने की तैयारी में है। माना जा रहा है कि जियो की एंट्री नाटकीय होगी और वह टैरिफ स्ट्रक्चर के मामले में मौजूदा ऑपरेटर्स के बीच उथल-पुथल मचा देगी। एयरटेल ने एफआईआर में कहा है कि माजिद ने 10 साल तक जम्मू-कश्मीर में कंपनी के लिए काम किया और उसे 2 मार्च को सर्किल का डिस्ट्रिब्यूशन हेड बनाकर ओडिशा भेजा गया था। इसके बाद माजिद ने 13 अप्रैल को इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा 24 अप्रैल से प्रभावी हुआ। एफआईआर के मुताबिक, एयरटेल की इन्फॉर्मेशन सिक्यॉरिटी टीम ने 26 मई को पाया कि यासिर माजिद ने ऑफिस के लैपटॉप का इस्तेमाल करते हुए कुछ डॉक्युमेंट्स/डेटा को फर्जी तरीके से ट्रांसफर किया था।

साभार-इकॉनमिक टाईम्स से 

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार