पोर्ट लुई, मारीशस। मारीशस की राजधानी पोर्ट लुई में ग्यारहवें विश्व हिंदी सम्मेलन का आगाज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के बाद हुआ। इस कार्यक्रम में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के अलावा मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार भी मौजूद थे। सम्मेलन का आगाज करने से पहले सभी ने मौन रखकर अटल जी को श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद सम्मेलन को संबोधित करते हुए मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने कहा कि मॉरीशस में जिस साइबर टॉवर को तैयार करने में अटल जी ने योगदान दिया उसे अब अटल बिहारी वाजपेयी टॉवर के नाम से जाना जाएगा।
सम्मेलन की आयोजन समिति के एक सदस्य ने बताया कि सम्मेलन का मुख्य विषय हिंदी विश्व और भारतीय संस्कृति है। इसमें भाग लेने के लिए भारत से केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू, मानव संसाधन राज्यमंत्री सत्यपाल सिंह शुक्रवार को भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ विशेष विमान से पहुंच चुके हैं।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल के अलावा 38 देशों के प्रतिभागी भी सम्मेलन में भाग लेने के लिए पोर्ट लुई पहुंच चुके हैं। इसके पहले 1976 और 1993 में पोर्ट लुई में विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया जा चुका है। ये तीसरा मौका है जब यह सम्मेलन पोर्ट लुई में हो रहा है। सम्मेलन का आयोजन ‘स्वामी विवेकानंद अंतराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र’ में हो रहा है।