Thursday, December 26, 2024
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सरस्वती नदी ने भारत के सभ्यतागत अस्तित्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई: श्री संजीव सान्याल

राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2022 में विभिन्न क्षेत्रों की जानी-मानी हस्तियों ने संबोधित किया

नई दिल्ली।
विभिन्न क्षेत्रों की जानी-मानी हस्तियों ने आज राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2022 के पहले दिन आयोजित कार्यक्रमों को संबोधित किया और विशेषज्ञता के अपने क्षेत्रों के बहुमूल्य विचारों को साझा किया।

भूगोल और सभ्यता के बीच घनिष्ठ संबंध को समझाते हुए, प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, लेखक और इतिहासकार संजीव सान्याल ने आज हमारे सभ्यतागत अस्तित्व में सरस्वती नदी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। भारत सरकार के प्रधान आर्थिक सलाहकार श्री संजीव सान्याल ने राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2022 में “सरस्वती-भारतीय सभ्यता को जन्म देने वाली नदी” विषय पर बोलते हुए कहा “हमारे भूगोल और हमारी सभ्यता के बीच एक घनिष्ठ संबंध है। यह हमें हमारी प्राचीन सभ्यता की मौलिक चीजों को समझने में मदद करता है।”

सरस्वती नदी के विस्मृत और अल्प ज्ञात इतिहास और हमारे सभ्यतागत अस्तित्व में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बात करते हुए, उन्होंने भारत के बारे में कुछ प्रचलित मिथकों को खारिज कर दिया। उन्होंने “प्राचीन हिंदू ग्रंथों में संदर्भित सरस्वती नदी के वास्तविक प्रमाण” के बारे में बात की। उन्होंने अपने दृष्टिकोण को पुष्ट करने के लिए वास्तविक मानचित्र और उपग्रह चित्र भी दिखाए। उन्होंने “सप्त सिंधु” और भारतीय सभ्यता के उदय के बारे में भी बात की।

एक अन्य सत्र के दौरान, भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने भारत के युवाओं के लिए एक सलाह दी– जिसमें उन्होंने कहा कि फिटनेस के लिए प्रयास करें क्योंकि अच्छा स्वास्थ्य केवल खिलाड़ियों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पद्मश्री से सम्मानित हॉकी खिलाड़ी ने कहा, “स्वास्थ्य हम सभी के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण चीज है। न केवल खिलाड़ियों के लिए, बल्कि हम सभी के लिए महत्वपूर्ण है।” रानी रामपाल ने आगामी ओलंपिक खेलों में बेहतर प्रदर्शन के लिए भारतीय महिला हॉकी टीम के दृष्टिकोण को साझा किया और एक खिलाड़ी के रूप में अपनी खुद की यात्रा के बारे में विस्तार से बात की। उन्होंने हर संभव सहायता और बेहतर सुविधा उपलब्ध कराकर देश के विश्व स्तरीय एथलीटों को प्रशिक्षण देने के लिए खेल मंत्रालय को धन्यवाद दिया। रानी ने कहा, “हम भाग्यशाली हैं कि हम ऐसे माहौल में रह रहे हैं जहां देश में खेल प्रतिभाओं को पोषित किया जा रहा है। ओलंपिक में भारतीय दल के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन और देश के लिए अधिक पदक जीतने का सारा श्रेय हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी और खेल मंत्रालय को जाता है।

वित्त प्रौद्योगिकी कंपनी पेटीएम के संस्थापक और सीईओ श्री विजय शेखर शर्मा ने जोर देकर कहा कि भारत दुनिया को यह सिखा सकता है कि उद्यमिता उपक्रमों को “अनुकूलन और मितव्ययिता” के साथ कैसे सफल बनाया जाए। श्री विजय शेखर शर्मा ने राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2022 में “भारत वैश्विक उद्यमिता के बारे में दुनिया को क्या सिखा सकता है” विषय पर बोलते हुए कहा, “भारतीय उद्यमिता दुनिया को अनुकूलन और मितव्ययिता के बारे में बहुत कुछ सिखा सकती है क्योंकि हम सभी सीमित संसाधनों और विकल्पों के साथ काम करते हैं। यह एक बड़ी सीख है जिसे हम (भारतीय उद्यमी) दुनिया को दे सकते हैं।”

साधारण परिवार में बड़े होने के अपने अनुभवों के बारे में बोलते हुए, श्री विजय शेखर ने कहा, “मैं भाग्यशाली हूं कि इस महोत्सव ने मेरे जैसे उद्यमियों को सीधे युवाओं से बात करने के लिए एक मंच दिया है। मैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी और केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर का आभारी हूं कि उन्होंने युवाओं के लिए इस तरह का एक भव्य आयोजन किया।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी और केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 12 जनवरी, 2022 को मेजबान- पुडुचेरी सरकार के सहयोग से आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2022 का उद्घाटन किया। कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए, इस महोत्सव को युवा दर्शकों के लिए ऑनलाइन माध्यम में आयोजित किया जा रहा है, जो एक ऐतिहासिक आयोजन है, जिसे भारत के विभिन्न सुदूरवर्ती क्षेत्रों और स्थानों से लोग देख सकते हैं। नए भारत के निर्माण और युवाओं की शक्ति का लाभ उठाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के तहत इस दो दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन में पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन नेतृत्व, तकनीक, नवाचार और उद्यमिता, स्वदेशी और प्राचीन ज्ञान और राष्ट्रीय चरित्र, राष्ट्र निर्माण और स्वदेशी बौद्धिकता जैसे समकालीन विषयों को शामिल किया गया है।

महोत्सव में संरक्षणवादी हंस दलाल, रणदीप हुड्डा, संजीव सान्याल और स्वामी विवेकानंद पर एक जीवनी लिखने वाले हिन्दोल सेनगुप्ता जैसे इतिहासकारों, विकास अर्थशास्त्री से किसान बने मनोज कुमार जैसे लोगों ने भाग लिया। इस सम्मेलन में उद्यमी दुनिया के कई दिग्गज जैसे पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने भी भाग लिया और इनके अलावा इस महोत्सव में श्री दुष्यंत श्रीधर ने भाग लिया, जिन्होंने युवा दर्शकों को ब्रांड न्यू इंडिया के विचार और मूलभूत सिद्धांतों को समझाने के लिए वैदिक ज्ञान के बारे में बताया।

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